नयी दिल्ली, 29 अप्रैल (भाषा) नौसेना के धावक रामेश्वर मुंजाल को मंगलवार को विश्व एथलेटिक्स की एथलेटिक्स इंटीग्रिटी यूनिट (एआईयू) ने प्रतिबंधित पदार्थों की जांच में पॉजिटिव आने के बाद पांच साल का प्रतिबंध लगा दिया।
मुंजाल ने पिछले साल आठ दिसंबर को मुंबई में नौसेना हाफ मैराथन का खिताब जीता था। लेकिन अब उनसे यह खिताब छीन लिया गया है क्योंकि प्रतियोगिता के दौरान उनके नमूने में एरिथ्रोपीटिन (ईपीओ) और दरबेपोएटिन (डीईपीओ) पाया गया था। यह दोनों प्रतिबंधित पदार्थ की सूची में आते हैं।
इस 27 साल के खिलाड़ी ने तब एक घंटे नौ मिनट और तीन सेकंड के समय के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया था।
उनके नमूने का परीक्षण नयी दिल्ली में विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (वाडा) से मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय डोप परीक्षण प्रयोगशाला में किया गया था, जिसने इस वर्ष 12 मार्च को उनकी रिपोर्ट दी थी।
एआईयू ने मुंजाल की जांच रिपोर्ट की समीक्षा करने के बाद उन्हें डोपिंग में लिप्त होने की सूचना दी। मुंजाल ने सोमवार को डोपिंग रोधी नियम के उल्लंघन की बात स्वीकार कर लिया।
यह मुंजाल का पहला डोपिंग अपराध था और सामान्य परिस्थितियों में, उन पर अधिकतम प्रतिबंध अवधि चार वर्ष होती लेकिन उनके नमूने में कई प्रतिबंधित पदार्थों की उपस्थिति को ‘गंभीर परिस्थितियों’ माना गया।
एआईयू ने अपने फैसले में कहा, ‘‘ एथलीट यह साबित करने में विफल रहा है कि उसने जानबूझकर एंटी-डोपिंग नियम का उल्लंघन नहीं किया है। इसलिए प्रतिबंध की अवधि छह वर्ष की अवधि है।’’
एआईयू ने अपने फैसले में कहा, ‘‘ मुंजाल ने डोपिंग रोधी नियम के उल्लंघन को तुरंत स्वीकार कर लिया, इसलिए उनके प्रतिबंध की अवधि एक वर्ष घटाकर छह से पांच कर दी गई।’’
उनके प्रतिबंध की अवधि 14 अप्रैल, 2025 (अनंतिम निलंबन की तिथि) से शुरू हुई, और उनके परिणाम आठ दिसंबर, 2024 से अयोग्य घोषित किए गए।
भाषा आनन्द आनन्द पंत
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