मेलबर्न, पांच जून (भाषा) ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान ग्रेग चैपल का मानना है कि विराट कोहली का टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला उनके कौशल में गिरावट की वजह से नहीं बल्कि पिछले कुछ वर्षों में खेल के कारण उन पर पड़े असर की वजह से है।
इस पूर्व ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज ने कहा कि कोहली ने उच्चतम स्तर पर प्रदर्शन करने के लिए आवश्यक मानसिक स्पष्टता की कमी के कारण संन्यास लिया है।
चैपल ने ‘ईएसपीएनक्रिकइंफो’ के लिए अपने कॉलम में लिखा, ‘‘उनका फैसला कौशल में कमी की वजह से नहीं बल्कि इस बढ़ते एहसास की वजह से था कि अब वह उस मानसिक स्पष्टता को हासिल नहीं कर सकते जिसने उन्हें इतना मजबूत बनाया था।’’
इस पूर्व क्रिकेटर ने कहा, ‘‘उन्होंने स्वीकार किया कि उच्चतम स्तर पर जब तक दिमाग तेज और निर्णायक नहीं हो तब शरीर लड़खड़ाता है।’’
कोहली ने पिछले महीने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की थी। उन्होंने 123 टेस्ट में भारत का प्रतिनिधित्व किया और 30 शतक की मदद से 46.85 की औसत से 9,230 रन बनाए।
पूर्व भारतीय कोच ने कहा कि संदेह किसी खिलाड़ी के खेल में घुसने का तरीका ढूंढ लेता है जो धीरे-धीरे निर्णय लेने, फुटवर्क और शीर्ष स्तर के प्रदर्शन के लिए आवश्यक सहजता को प्रभावित करता है।
चैपल ने लिखा, ‘‘जब संदेह आपके अंदर बसने लगता है तो यह निर्णय लेने में बाधा डालता है, फुटवर्क को खराब करता है और शीर्ष प्रदर्शन के लिए आवश्यक सहजता को नष्ट कर देता है। कोहली का संन्यास इस बात की याद दिलाता है कि फॉर्म दिमाग का खेल अधिक है।’’
भाषा सुधीर आनन्द
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