बेंगलुरु, सात जून (भाषा) कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (केएससीए) के अध्यक्ष रघुराम भट्ट ने शनिवार को प्रबंधन समिति को भंग करने से इनकार करते हुए शनिवार को यहां कहा कि संचालन संस्था के सचिव ए शंकर और कोषाध्यक्ष ईएस जयराम का इस्तीफा एक आपातकालीन बैठक में स्वीकार कर लिया गया।
यह आपातकालीन बैठक दो वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा केएससीए अध्यक्ष को पत्र लिखकर अपने-अपने पदों से इस्तीफा देने के बाद बुलाई गई थी। इन दोनों ने आईपीएल चैंपियन रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) के विजय समारोह के दौरान मची भगदड़ की नैतिक जिम्मेदारी ली है। इस भगदड़ में 11 लोगों की मौत हो गई थी जबकि 56 लोग घायल हुए है।
भट्ट ने बैठक के बाद कहा, ‘‘ मैंने प्रबंधन समिति की आपातकालीन बैठक बुलाई थी क्योंकि हमारे दो सदस्यों ( सचिव और कोषाध्यक्ष) ने नैतिक आधार पर इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने समिति के समक्ष अपना त्यागपत्र रखा जिसे पिछले ढाई वर्षों में उनके द्वारा किए गए कार्यों को मान्यता देते हुए स्वीकार कर लिया गया।’’
भट्ट ने अंतरिम सचिव और कोषाध्यक्ष के नामों का खुलासा नहीं किया लेकिन एम.एस. विनय और मंजूनाथ राजू इस पद के लिए सबसे आगे हैं।
मौजूदा प्रबंधन समिति का आधिकारिक कार्यकाल 31 सितंबर को समाप्त होगा और राज्य संघ के चुनाव अक्टूबर या नवंबर में होने हैं।
भारत के इस पूर्व वामहस्त स्पिनर ने कहा कि वह इस मामले पर ज्यादा बात नहीं कर सकते क्योंकि यह मामला अदालत में है। उन्होंने कहा कि प्रबंधन समिति की बैठक बुलाने का उद्देश्य वर्तमान बाधा के बावजूद खेल का सुचारू संचालन सुनिश्चित करना था।
उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा कुछ नहीं हुआ (प्रबंधन समिति का भंग होना)। हम आज मिले क्योंकि खेल जारी रहना चाहिए और इसी कारण आपातकालीन बैठक आयोजित की गई। बाकी सब फिलहाल ठीक है।’’
राज्य के कुछ शीर्ष पुलिस अधिकारियों ने दिन भर क्रिकेट संघ के कार्यालय का दौरा किया और भट ने कहा कि यह चल रही प्रक्रिया का हिस्सा है। उन्होंने किसी भी तरह की जांच में पूरा सहयोग करने का आश्वासन दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘ हमने पहले ही सरकार और माननीय उच्च न्यायालय को बता दिया है कि हम जांच में सहयोग करेंगे। हम कभी किसी भी चीज से पीछे नहीं हटेंगे, जो कुछ भी है, हम जांच में सहयोग करने के लिए तैयार हैं।’’
शंकर और जयराम ने इससे पहले एक संयुक्त बयान में कहा कि उन्होंने गुरुवार रात केएससीए अध्यक्ष को अपना इस्तीफा सौंप दिया है।
बयान में कहा गया है, ‘‘पिछले दो दिनों में घटित अप्रत्याशित और दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं के कारण हम यह बताना चाहते हैं कि हमने कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ के सचिव और कोषाध्यक्ष के रूप में अपने-अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है। भले ही इसमें हमारी भूमिका बहुत सीमित थी।’’
केएससीए ने कर्नाटक उच्च न्यायालय में कहा था कि गेट प्रबंधन और भीड़ प्रबंधन उनकी जिम्मेदारी नहीं है और उन्होंने विधान सौध में समारोह आयोजित करने की अनुमति मांगी थी।
विधान सौध में सम्मान समारोह बिना किसी बड़ी गड़बड़ी के संपन्न हो गया, लेकिन एम चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर भगदड़ मच गई थी।
भाषा पंत आनन्द मोना
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