नैनीताल, 14 जून (भाषा) उत्तराखंड उच्च न्यायालय ने अपने कोच पर प्रशिक्षण के दौरान यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली एक 19 वर्षीय जूडो खिलाड़ी द्वारा दायर जनहित याचिका पर अगली सुनवाई सोमवार को निर्धारित की है।
न्यायमूर्ति मनोज कुमार तिवारी और न्यायमूर्ति सुभाष उपाध्याय की खंडपीठ ने इस मामले में शुक्रवार को सुनवाई शुरू की और फिर इसे 16 जून के लिए निर्धारित कर दिया।
देहरादून की रहने वाली इस खिलाड़ी ने जनहित याचिका दायर कर कहा कि वह राष्ट्रीय स्तर की जूडो-कराटे खिलाड़ी है और पिछले सात वर्षों से देहरादून में सविता गुरुंग से प्रशिक्षण ले रही है।
याचिका में आरोप लगाया गया है कि 2024 में भोपाल में आयोजित किए गए राष्ट्रीय स्तर के प्रशिक्षण शिविर के लिए उसका चयन हुआ था, लेकिन गुरुंग ने उसे भोपाल जाने की अनुमति देने के बजाय मुरादाबाद में कोच सतीश शर्मा के पास भेज दिया, जो गुरुंग का कोच भी रह चुका है।
याचिका में आगे आरोप लगाया गया कि 12 मार्च को प्रशिक्षण के दौरान शर्मा उसे अपने फार्महाउस पर ले गया। उसने गेट बंद कर दिया और मालिश करने के बहाने उसका यौन उत्पीड़न किया।
इस खिलाड़ी ने याचिका ने कहा है कि जब उसने इसका विरोध किया तो उसने उसका करियर बर्बाद करने और उसे राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग न लेने देने की धमकी दी। बाद में जब वह राष्ट्रीय प्रतियोगिता में गई तो मानसिक रूप से इसके लिए तैयार नहीं थी और इसलिए प्रतियोगिता में भाग नहीं ले सकी।
इस संदर्भ में 28 अप्रैल को देहरादून के रायपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज करने के बाद देहरादून पुलिस ने इसे मुरादाबाद के भोजपुर थाने में स्थानांतरित कर दिया था।
जनहित याचिका में शिकायतकर्ता ने एक समिति गठित करके मामले की जांच करने और दोषियों को दंडित करने की मांग की है।
भाषा
पंत आनन्द
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