(अमनप्रीत सिंह)
नयी दिल्ली, चार अप्रैल (भाषा) भारत डेविस कप और एशियाई खेल दोनों प्रतियोगिताओं में अपने सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों को उतार पाएगा क्योंकि अंतरराष्ट्रीय टेनिस महासंघ (आईटीएफ) ने अपने टीम टूर्नामेंट के मुकाबले पहले आयोजित कराने का फैसला किया है जबकि एशियाई टेनिस महासंघ (एटीएफ) ने चीन में होने वाले महाद्वीपीय खेलों की टेनिस स्पर्धाओं को आठ दिन के लिए टाल दिया है जिससे कि तिथियों के टकराव से बचा जा सके।
भारतीय डेविस कप टीम को 16-17 या 17-18 सितंबर को नार्वे के खिलाफ उसके देश में मैच खेलने थे जबकि एशियाई खेलों में टेनिस प्रतियोगिताएं 10 से 14 सितंबर के बीच होनी थी। इसका मतलब था कि भारत अपनी शीर्ष टीम को केवल एक प्रतियोगिता में ही उतार सकता था क्योंकि इतनी जल्दी नार्वे से हांग्जो (एशियाई खेलों का मेजबान शहर) पहुंचना संभव नहीं था।
अखिल भारतीय टेनिस संघ (एआईटीए) और एशियाई टेनिस महासंघ (एटीएफ) कार्यक्रम में बदलाव करने के लिये आईटीएफ को मनाने में सफल रहा।
अब भारत और नार्वे के अलावा नौ अन्य एशियाई देशों के डेविस कप के मुकाबले 14 और 15 सितंबर को होंगे जबकि एटीएफ ने एशियाई खेलों में टेनिस स्पर्धा के कार्यक्रम में बदलाव कर दिया है तथा इसे अब 18-24 सितंबर के बीच आयोजित किया जाएगा।
एआईटीए के महासचिव अनिल धूपर ने पीटीआई से कहा, ‘‘एटीएफ ने एआईटीए को सूचित किया है कि आईटीएफ ने विश्व ग्रुप एक और दो की तिथियों में बदलाव किया है जिससे उनका एशियाई खेलों से टकराव न हो। डेविस कप के इस चरण में एशिया के 10 देश हिस्सा लेंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘भारत का डेविस कप मुकाबला अब 14-15 सितंबर को खेला जाएगा। एटीएफ ने एशियाई खेलों में टेनिस स्पर्धा की तिथियों को भी पीछे खिसका दिया है ताकि किसी तरह के टकराव से बचा जा सके।’’
पता चला है कि आईटीएफ अध्यक्ष डेविड हेगर्टी ने स्वयं एआईटीए अध्यक्ष अनिल जैन को पत्र लिखकर तिथियों में संशोधन के आईटीएफ के फैसले से अवगत कराया है। एआईटीए चाहता है कि इस मुकाबले को नवंबर 2022 तक स्थगित किया जाए लेकिन इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया गया था लेकिन तिथियों में संशोधन पर सहमति बनी थी।
एआईटीए सूत्रों के अनुसार अब भी आईटीएफ को मनाने के प्रयास चल रहे हैं कि विश्व ग्रुप ए और दो में हिस्सा लेने वाले सभी 10 एशियाई देशों को मुकाबलों की मेजबानी सौंपी जाए।
भारत के डेविस कप कोच जीशान अली ने कहा, ‘‘एशियाई देशों के लिए यह चुनौतीपूर्ण होगा कि वे डेविस कप के लिए यूरोपीय देशों का दौरा करें और इसके बाद दो दिन की यात्रा करके चीन पहुंचे। भारत का मामला देखें तो अगर हम 15 सितंबर की रात की उड़ान लेते हैं तो भी 17 सितंबर से पहले चीन नहीं पहुंचेंगे और प्रतियोगिताएं 18 सितंबर से शुरू होंगी। यह खिलाड़ियों के लिए मुश्किल होगा।’’
भारत के शीर्ष खिलाड़ी युकी भांबरी का मानना है कि व्यस्त कार्यक्रम से एशियाई खेलों की तैयारियां प्रभावित होंगी लेकिन फिर भी दोनों टूर्नामेंट में खेलने का मौका मिलना बेहतर है।
भारत और नार्वे इससे पहले डेविस कप में कभी आपस में नहीं भिड़े हैं।
नार्वे के पास दुनिया के आठवें नंबर के खिलाड़ी कास्पर रुड हैं लेकिन एटीपी एकल रैंकिंग में उनका अगला शीर्ष खिलाड़ी विक्टर दुरासोविच है जिसकी विश्व रैंकिंग 329 है।
युकी ने कहा, ‘‘यह एशियाई खेलों की सर्वश्रेष्ठ तैयारी नहीं होगी लेकिन एक टूर्नामेंट का विकल्प चुनने की जगह मैं दोनों में खेलना पसंद करूंगा इसलिए संस्थान को बधाई।’’
पाकिस्तान, उज्बेकिस्तान, जापान और भारत विश्व ग्रुप एक में खेलेंगे जबकि चीन, लेबनान, थाईलैंड, चीनी ताइपे, हांगकांग और इंडोनशिया इस साल सितंबर में होने वाले मुकाबलों में विश्व ग्रुप दो में उतरेंगे।
कोरिया और कजाखस्तान डेविस कप फाइनल्स का हिस्सा हैं और उनके मुकाबलों के कार्यक्रम में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
भाषा सुधीर नमिता
नमिता
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