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नयी दिल्ली, 22 जनवरी (भाषा) भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) 2022 इंडियन प्रीमियर लीग की शुरुआत के लिए दो तारीखों पर विचार कर रहा है, जिसमें बोर्ड के कुछ अधिकारी और कुछ फ्रेंचाइजी मालिक लीग 27 मार्च से शुरू करना चाहते हैं तो वहीं कुछ अन्य प्रभावशाली लोग चाहते हैं कि यह बड़ी स्पर्धा दो अप्रैल से शुरू हो, जो लोढ़ा समिति की सिफारिशों के अनुरूप है। बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर पीटीआई-भाषा से बताया , ‘‘ कुछ टीम मालिक इसे 27 मार्च को शुरू करने के पक्ष में है, लेकिन भारत को श्रीलंका के खिलाफ अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय (टी20) मैच 18 मार्च को लखनऊ में खेलना है और फिर आपको लोढ़ा नियम के अनुसार 14 दिनों के अंतराल की आवश्यकता होती है। यही वजह है कि लीग की शुरुआत दो अप्रैल से हो सकती है।’’ समझा जाता है कि भारतीय खिलाड़ी दक्षिण अफ्रीका दौरे के बाद वेस्टइंडीज और श्रीलंका के खिलाफ घर में लगातार तीन बायो- बबल (जैव-सुरक्षित माहौल) में रहने के बाद थक जाएंगे। बीसीसीआई के एक सूत्र ने कहा, ‘‘ बीसीसीआई को श्रीलंका दौरे के 10 दिनों से कम समय में आईपीएल शुरू करने के बारे में सोचने से पहले खिलाड़ियों की थकान को ध्यान में रखना चाहिए।’’ यह भी पता चला है कि लखनऊ और अहमदाबाद की दो नयी टीमों सहित सभी 10 आईपीएल फ्रेंचाइजी मालिक भारत को 2022 आईपीएल के लिए मेजबान देश के रूप में चाहते हैं जिसमें मुंबई और पुणे उनके दो पसंदीदा शहर हैं। उनकी दूसरी पसंद संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) है जहां आईपीएल को तीन बार आयोजित किया गया है जबकि अंतिम विकल्प दक्षिण अफ्रीका है जहां 2009 में इसे आयोजित किया गया था। संयुक्त अरब अमीरात और दक्षिण अफ्रीका का विकल्प हालांकि तभी सामने आयेगा जब भारत में कोविड-19 की स्थिति बहुत बुरी होगी। इससे पहले इस बात की भी चर्चा थी कि श्रीलंका भी आईपीएल की मेजबानी कर सकता है लेकिन उसके नाम पर चर्चा तक नहीं की गयी। जहां तक खिलाड़ियों की बड़ी नीलामी की तारीखों का सवाल है, तो उसका आयोजन मूल कार्यक्रम के अनुसार 12 और 13 फरवरी को बेंगलुरु में ही होने की संभावना है। बोर्ड के एक वरिष्ठ सूत्र ने कहा, ‘‘ आज की बैठक मुख्य रूप से टीम मालिकों के लिए थी, जो अपने पसंदीदा स्थानों के मुद्दे पर अपने सुझाव देने की कोशिश कर रहे थे। अधिकांश मालिक चाहते हैं कि अगर सब कुछ ठीक रहे और कोविड-19 की तीसरी लहर का असर कम हो जाये तो आईपीएल का आयोजन भारत में ही हो।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ मुंबई में तीन मैदान हैं और हमारे पास पुणे का मैदान भी है जो पुणे शहर के बजाय राजमार्ग के पास है। हम वानखेड़े, ब्रेबोर्न और डीवाई पाटिल स्टेडियम (नवी मुंबई) के साथ गहुंजे स्टेडियम का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसमें कोई हवाई यात्रा नहीं होगी और एक शहर में बायो-बबल बनाया जा सकता है।’’ दूसरा विकल्प संयुक्त अरब अमीरात है जहां सख्त बायो-बबल में दो सत्रों का आयोजन सफलतापूर्वक किया गया। उन्होंने कहा, ‘‘ दक्षिण अफ्रीका आखिरी विकल्प है, लेकिन अभी तक हम इसे एक विकल्प के रूप में नहीं सोच रहे हैं। यह आखिरी उपाय है। जहां तक दर्शकों के प्रवेश का सवाल है तो उस पर टूर्नामेंट के करीब ही फैसला लिया जा सकता है। भाषा आनन्द नमितानमिता
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