लखनऊ, 27 मई (भाषा) रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) के कार्यवाहक कप्तान जितेश शर्मा ने 33 गेंद में नाबाद 85 रन की बेखौफ पारी खेल कर लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ टीम को यादगार जीत दिलाने के बाद कहा कि उनके लिए अपनी भावनाओं को शब्दों में बयां करना मुश्किल है।
प्लेयर ऑफ द मैच जितेश ने 33 गेंद की नाबाद पारी में आठ चौके और छह छक्के लगाये। उन्हें मयंक का अच्छा साथ मिला जिन्होंने 23 गेंद की नाबाद पारी में पांच चौके जड़े। दोनों ने पांचवें विकेट के लिए 45 गेंद में 107 रन की अटूट साझेदारी कर टीम को जीत दिलायी।
सुपर जायंट्स ने कप्तान ऋषभ पंत की नाबाद 118 रन की पारी से तीन विकेट पर 227 रन बनाये। आरसीबी ने 18.4 ओवर में चार विकेट के नुकसान पर लक्ष्य हासिल कर लिया।
जितेश ने मैच के बाद पुरस्कार समारोह में कहा, ‘‘मैं विश्वास नहीं कर पा रहा हूं कि मैंने ऐसी पारी खेली है। मैं बस उस पल में रहने का प्रयास कर था, में क्रीज पर टिके रहने की कोशिश कर रहा था। मैं अभी अपनी भावनाओं को शब्दों में बयां नहीं पाउंगा। ’’
मैच के 12वें ओवर में विराट कोहली (54) के आउट होने के बाद क्रीज पर आये जितेश ने हर गेंदबाज के खिलाफ सहजता से बड़े शॉट लगाये। इस विकेटकीपर बल्लेबाज ने कहा कि उन पर कप्तानी का दबाव था लेकिन टीम के अनुभवी खिलाड़ियों का पूरा साथ मिला
उन्होंने कहा, ‘‘ मैंने विराट भाई के आउट होने के बाद मैच को आखिर तक ले जाने का प्रयास किया और इसमें सफल रहा। आज मेरे ऊपर काफी दबाव था लेकिन मैं इसका लुत्फ उठा रहा था। मुझे विराट भाई, कृणाल (पंड्या) भाई और भुवनेश्वर (कुमार) भाई को देखता हूं, तो काफी आत्मविश्वास मिलता है।’’
महज एक दिन के बाद होने वाले क्वालीफायर एक मुकाबले के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘ मैं फिलहाल इस पल (जीत) का लुत्फ उठाने करने का प्रयास करूंगा। साथ ही चाहूंगा कि थकान से अच्छे से उबरू। मेरे गुरू दिनेश कार्तिक ने मुझे कहा था कि अगर मैं मैच को आखिर तक लेकर जाऊंगा तो मेरे में टीम को जीत दिलाने का कौशल है। ’’
भाषा आनन्द
आनन्द
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.