मैनचेस्टर, 26 जुलाई (भाषा) कप्तान शुभमन गिल और केएल राहुल ने शनिवार को यहां भारत को शुरुआती झटकों से उबारकर शानदार जज्बे और संयम का प्रदर्शन करते हुए नाबाद अर्धशतक जड़े जिससे मेहमान टीम ने चौथे टेस्ट मैच के चौथे दिन स्टंप तक दो विकेट पर 174 रन बना लिए।
गिल 78 और राहुल 87 रन बनाकर क्रीज पर डटे हैं। दोनों ने तीसरे विकेट के लिए 174 रन की अटूट साझेदारी कर अंतिम दोनों सत्र में कोई विकेट नहीं गिरने दिया। भारत अब इंग्लैंड से 137 रन पीछे है।
कप्तान बेन स्टोक्स (141 रन) के शानदार शतक की बदौलत इंग्लैंड ने सुबह के सत्र में पहली पारी में 669 रन का स्कोर खड़ाकर 311 रन की विशाल बढ़त हासिल की। इसके बाद भारत को लंच से पहले 20 मिनट तक बल्लेबाजी करनी पड़ी जिसमें दूसरी पारी में उसकी शुरूआत निराशाजनक रही।
भारत ने पहले ही ओवर में लगातार दो गेंदों पर यशस्वी जायसवाल और बी साई सुदर्शन के विकेट गंवा दिए जबकि तब टीम का खाता भी नहीं खुला था। इससे लंच के समय टीम का स्कोर एक रन पर दो विकेट था।
क्रिस वोक्स की ‘राउंड द विकेट’ गेंद जायसवाल के बल्ले का बाहरी किनारा लेते हुए पहली स्लिप में जो रूट के हाथों में चली गई। अगली ही गेंद पर सुदर्शन गेंद छोड़ने और खेलने की दुविधा में दूसरी स्लिप में हैरी ब्रुक को कैच करा बैठे।
इंग्लैंड के तेज गेंदबाजों ने भारतीयों की तुलना में पिच से कहीं ज्यादा फायदा उठाया। पर गिल और राहुल ने बेहतरीन तकनीक दिखाते हुए संयम से खेलना जारी रखते हुए भारतीय पारी को संभालकर अंतिम दिन के लिए उम्मीद बंधाई।
इंग्लैंड के तेज गेंदबाजों में विशेषकर जोफ्रा आर्चर ने गिल के पैड पर कुछ खतरनाक इनस्विंगर फेंकी लेकिन भारतीय कप्तान इनसे उबरकर शानदार शॉट खेलने में सफल रहे।
गिल का साथ हमेशा ही भरोसेमंद रहने वाले राहुल ने दिया, जो इस श्रृंखला में भारत की बल्लेबाजी की नींव रहे हैं।
गिल को इस दौरान किस्मत का भी साथ मिला क्योंकि जब वह 46 रन पर थे तो ब्रायडन कार्स की गेंद पर लियाम डॉसन ने बैकवर्ड प्वाइंट पर उनका कैच छोड़ दिया था।
गिल ने कुछ शानदार स्ट्रेट ड्राइव और कवर ड्राइव खेलकर अपना अर्धशतक पूरा किया। 17वें ओवर में उन्होंने आर्चर की गेंद पर लगातार दो चौके जमाए जिसमें से पहले एक कवर ड्राइव और फिर एक अपर कट। उन्होंने कार्स की गेंद पर भी लगातार चौके लगाए जिसमें एक शानदार ऑन ड्राइव भी शामिल था।
राहुल ने मजबूत डिफेंस दिखाते हुए गेंद को रूककर खेला। उनके स्क्वायर कट और बैक कट शानदार थे
इंग्लैंड ने अंतिम सत्र में कई कोशिशें कीं और क्रीज पर जमी हुई इस जोड़ी को शॉर्ट गेंदों से परेशान करना जारी रखा लेकिन दोनों जरा भी चूके नहीं।
इंग्लैंड के तेज गेंदबाज़ों को हवा में और पिच के बाहर काफी मूवमेंट मिल रहा था। लेकिन धूप निकलने के साथ अंतिम सत्र में बल्लेबाजी आसान हो गई।
पिच धीमी और सूख रही है और यहां हुए चार काउंटी मैचों में से किसी का भी नतीजा नहीं निकला है। भारत इस बात को ध्यान में रखेगा।
इंग्लैंड ने सुबह दिन की शुरुआत सात विकेट पर 544 रन की। जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज अच्छी लय में दिखे जिन्होंने शुक्रवार की तुलना में कहीं ज्यादा जोश से गेंदबाजी की। लेकिन इंग्लैंड को ओल्ड ट्रैफर्ड में सबसे बड़ा स्कोर बनाने से नहीं रोक सके।
बुमराह ने 33 ओवर में पांच मेडन से 112 रन देकर दो विकेट झटके। उनके अभूतपूर्व टेस्ट करियर में पहली बार हुआ कि उन्होंने 100 या इससे ज्यादा रन दिए।
स्टोक्स (141 रन, 198 गेंद) ने 77 रन से आगे खेलते हुए दिन की शुरुआत सिराज की गेंद पर आगे बढ़कर कवर क्षेत्र में शॉट लगाकर की। उन्होंने सिराज की गेंद पर लेग साइड में चौका लगाकर इस मैच में शतक और पांच विकेट लेने की उपलब्धि हासिल की।
स्टोक्स ने दो साल बाद शतक जड़ा है जो उनके लिए बहुत मायने रखता है।
जब स्टोक्स ने वाशिंगटन सुंदर की गेंद पर छक्का जड़ा तो वह जाक कैलिस और सर गैरी सोबर्स के बाद 7000 रन और 200 विकेट पूरे करने वाले तीसरे क्रिकेटर बन गए।
इंग्लैंड ने जहां आसानी से बाउंड्री लगाई तो 2014 के बाद यह पहली बार था जब भारत ने एक पारी में 600 रन दिए।
भाषा
नमिता
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