नयी दिल्ली, 24 मई ( भाषा) सरकार के खेलो इंडिया कार्यक्रम को विस्तार देते हुए खेलमंत्री मनसुख मांडविया ने शनिवार को ऐलान किया कि सरकार जल्दी ही पूर्वोत्तर राज्यों के लिये सालाना खेलो इंडिया खेल की शुरूआत करेगी ।
मांडविया ने भारत मंडपम में ‘राइजिंग नॉर्थईस्ट इनवेस्टर्स समिट’ के दौरान कहा कि पूर्वोत्तर के आठ राज्य अरूणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नगालैंड, सिक्किम और त्रिपुरा बारी बारी से खेलों की मेजबानी करेंगे ।
उन्होंने कहा ,‘‘ खेलो इंडिया युवा खेलों और यूनिवर्सिटी खेलों की तर्ज पर हर साल पूर्वोत्तर के राज्यों के लिये खेलो इंडिया पूर्वोत्तर खेल होंगे जिससे हमें प्रतिभा और संभावना को तलाशने में ही मदद नहीं मिलेगी बल्कि हमारे पारंपरिक खेलों को एक मंच भी मिलेगा ।’’
राष्ट्रमंडल खेल 2030 और ओलंपिक 2036 की मेजबानी के लक्ष्य को ध्यान में रखकर मांडविया ने कहा कि भारत जैसे विशाल और विविधता से भरे देश में साल भर अंतरराष्ट्रीय स्पर्धायें होनी चाहिये ।
उन्होंने कहा ,‘‘ जिस तरह से पूर्वोत्तर में विकास हो रहा है, खेल उद्योग और खेल का इकोसिस्टम विकसित हो रहा है, वह दिन दूर नहीं जब दुनिया पूर्वोत्तर में खेलने आयेगी ।’’
मांडविया ने कहा ,‘‘ आज भारत के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी पूर्वोत्तर से आते हैं । वे शीर्ष अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं में भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं और भारतीय खेलों को आगे ले जा रहे हैं ।’’
खेलमंत्री ने कहा कि पूर्वोत्तर में खेलो इंडिया के 152 केंद्र हैं जिनमें 8000 से अधिक खिलाड़ी प्रशिक्षण ले रहे हैं ।
पूर्वोत्तर क्षेत्र में खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी खेल अष्टलक्ष्मी 2023 में आयोजित हुए थे ।
भाषा मोना नमिता
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