राजकोट, 14 फरवरी (भाषा) भारत के पूर्व खिलाड़ी करसन घावरी ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला के लिए विराट कोहली और केएल राहुल जैसे खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी में भी अनुभवी चेतेश्वर पुजारा को नजरअंदाज करने के फैसले की बुधवार को आलोचना की।
भारत के लिए 103 टेस्ट खेलने वाले 36 साल के पुजारा को वेस्टइंडीज में श्रृंखला के बाद से राष्ट्रीय टीम के लिए नजरअंदाज किया जा रहा है। भारतीय चयनकर्ता युवा खिलाड़ियों को अधिक मौका देना चाह रहे हैं।
घावरी ने यहां तीसरे टेस्ट की पूर्व संध्या पर ‘पीटीआई-भाषा’ कहा, ‘‘मुझे समझ नहीं आ रहा कि चेतेश्वर पुजारा को क्यों बाहर किया गया। उन्हें पहले टेस्ट से ही भारतीय टीम में होना चाहिए था।’’
राजकोट पुजारा का घरेलू मैदान है।
घावरी ने कहा, ‘‘ पहले कहा गया कि विराट कोहली पहले दो टेस्ट में नहीं खेलेंगे और अब वह पूरी श्रृंखला से बाहर हो गये है। पुजारा सिर्फ सर्वश्रेष्ठ स्थानापन्न ही नहीं बल्कि सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी भी है। उन्हें टीम में होना चाहिये था।’’
पुजारा ने भारतीय टीम में वापसी की आस नहीं छोड़ी है और रणजी ट्रॉफी के मौजूदा सत्र में दमदार प्रदर्शन कर रहे है। इस रणजी सत्र में उनके नाम 74.77 की औसत से 673 रन है।
बहत्तर साल के घावरी ने कहा, ‘‘ वह अब भी संघर्ष कर रहा है। वह अब भी अच्छी लय में है। वह अगर वापसी करता है तो मुझे आश्चर्य नहीं होगा।’’
भाषा आनन्द पंत
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