(तपन मोहंता)
बर्मिंघम, 30 जुलाई (भाषा) समलैंगिक लोगों के प्रति घृणा की निंदा करते हुए भारतीय एथलीट दुती चंद ने कहा कि ‘एलजीबीटी’ लोगों को बिना किसी उत्पीड़न के भय के जीने देना चाहिए।
दुती देश की पहली खिलाड़ी हैं जिन्होंने खुले तौर पर समलैंगिक होने की बात स्वीकार की है। पर इस घोषणा के बाद उन्हें अपने परिवार से आलोचना का सामना करना पड़ा था। अब वह यहां ब्रिटेन के गोताखोर और ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता टॉम डेली (समलैंगिक खिलाड़ी) के साथ मिलकर राष्ट्रमंडल देशों के खिलाड़ियों से समलैंगिकता के बारे में बात कर रही हैं।
दुती ने 2022 राष्ट्रमंडल खेलों के उद्घाटन समारोह में ‘एलजीबीटीक्यूआईए+’ (समलैंगिक, ट्रासजेंडर) का झंडा थामकर मजबूत संदेश दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘एलजीबीटी खिलाड़ियों को सुरक्षित और सहज महसूस कराया जाना चाहिए, उन्हें उत्पीड़न या मौत का कोई भय नहीं होना चाहिए, उन्हें सामान्य रहने देना चाहिए। ’’
हालांकि भाषा संबंधित बाधा के बावजूद डेली के साथ कुछ क्षण रहने से दुती का आत्मविश्वास काफी बढ़ गया।
उन्होंने कहा, ‘‘संगीत चल रहा था, उन्होंने मुझे कुछ ‘स्टेप’ सिखाये। काफी मजा आया। मुझे ‘प्रिंस चार्ल्स’ से भी मिलने का मौका मिला। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं ज्यादा बातचीत नहीं कर सकी क्योंकि मैं अंग्रेजी नहीं बोलती लेकिन उन्होंने मुझे कहा, ‘डरो नहीं’ और ‘मैं आपको फॉलो करता हूं’। इससे निश्चित रूप से मेरा आत्मविश्वास बढ़ा और हमने कुछ डांस भी किया। यह याद हमेशा रहेगी। ’’
भाषा नमिता सुधीर
सुधीर
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