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Tuesday, 8 October, 2024
होमखेलदूसरे देशों की तुलना में भारतीय एथलीटों को संतुष्ठ करना मुश्किल:

दूसरे देशों की तुलना में भारतीय एथलीटों को संतुष्ठ करना मुश्किल:

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बर्मिंघम, 28 जुलाई (भाषा) भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) के कार्यकारी अध्यक्ष अनिल खन्ना ने गुरुवार को लवलीना बोरगोहेन की कोच संध्या गुरुंग के विवाद का जिक्र करते हुए कहा कि बहु-खेल स्पर्धाओं के दौरान भारतीय एथलीटों की जरूरतों को पूरा करना दूसरों की तुलना में थोड़ा अधिक कठिन होता है।

राष्ट्रमंडल खेलों 2022 के लिए बर्मिंघम पहुंचने के बाद बोरगोहेन ने आरोप लगाया था कि गुरुंग सहित उनके दूसरे कोच को अधिकारियों से ‘लगातार उत्पीड़न’ का सामना करना पड़ रहा है जिससे उनकी तैयारी में बाधा आ रही है।

खन्ना ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘ भारतीय एथलीटों की जरूरतों को पूरा कर संतुष्ट करना दूसरों की तुलना में थोड़ा कठिन है क्योंकि वे जल्दी प्रतिक्रिया दे देते हैं। एथलीटों के बीच सहयोग की भावना की कमी होती है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ लवलीना एक ओलंपिक पदक विजेता है, हमें उनके अनुरोध को स्वीकार करना पड़ा। मुक्केबाजी टीम के चिकित्सक भी अनुभवी हैं। वह हमारे कई अधिकारियों और कोच की तरह गांव से बाहर रह रहे हैं।’’

खन्ना ने जोर देकर कहा, ‘‘ हम परिवहन की व्यवस्था कर रहे है ताकि समस्या नहीं हो।’’

भाषा आनन्द नमिता

नमिता

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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