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Thursday, 11 September, 2025
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जायसवाल की अर्धशतकीय पारी के बावजूद मध्य क्षेत्र दलीप ट्रॉफी के फाइनल में

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(तस्वीरों के साथ) … जी उन्नीकृष्णन …

बेंगलुरु, सात सितंबर (भाषा) यशस्वी जायसवाल का शानदार अर्धशतक महज एक व्यक्तिगत उपलब्धि बनकर रह गया क्योंकि मध्य क्षेत्र ने रविवार को पश्चिम क्षेत्र के खिलाफ ड्रॉ हुए मैच में पहली पारी की बढ़त के आधार पर दलीप ट्रॉफी के फाइनल में अपनी जगह पक्की की ली। मध्य क्षेत्र अब 11 सितंबर से होने वाले खिताबी मुकाबले में दक्षिण क्षेत्र से भिड़ेगा। जायसवाल (64) ने अपनी 70 गेंदों की पारी में कुछ शानदार शॉट खेले जिससे पश्चिम क्षेत्र अपनी दूसरी पारी में आठ विकेट पर 216 रन बनाने में सफल रहा। पश्चिम क्षेत्र को हालांकि पहली पारी में 162 रन से पिछड़ना महंगा पड़ा और टीम खिताबी दौड़ से बाहर हो गयी। मध्य क्षेत्र ने सुबह के सत्र में आठ विकेट पर 556 रन से आगे खेलते हुए 600 रन पर अपनी पारी समाप्त की। सारंश जैन ने 63 रनों की नाबाद पारी खेलते हुए एक शानदार अर्धशतक बनाया। पश्चिम क्षेत्र की दूसरी पारी के दौरान चाय के विश्राम से ठीक पहले कप्तान शारदुल ठाकुर (छह) आउट हो गये जबकि दूसरे छोर से संयम के साथ बल्लेबाजी कर रहे तनुश कोटियान (40) क्रीज पर मौजूद थे। इसी समय, दोनों टीमों ने मैच को ड्रॉ पर समाप्त करने का फैसला किया  जयसवाल को अपनी टीम को फाइनल में नहीं देखकर निराशा हुई होगी लेकिन वह इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला के बाद पहली बार पिच पर इतना समय बिताकर खुश होंगे। उन्होंने हमेशा की तरह आक्रामक अंदाज़ में 92 के स्ट्राइक रेट से अर्धशतक बनाया। उनकी यही आक्रामकता हालांकि उनके आउट होने का कारण बनी जब वह बाएं हाथ के स्पिनर हर्ष दुबे (96 रन पर तीन विकेट) की गेंद पर एक खराब शॉट खेलकर आउट हो गए। ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ दो अनौपचारिक चार दिवसीय मैच के लिए भारत ए के कप्तान बनाये गये श्रेयस अय्यर ने इस मैच में लगातार दूसरी बार निराश किया। वह सातवें क्रम पर बल्लेबाजी करने आये और सिर्फ 12 रन बनाकर ऑफ स्पिनर सारंश की गेंद पर विकेटकीपर उपेंद्र यादव को कैच दे बैठे। पहली पारी में शानदार शतक लगाने वाले ऋतुराज गायकवाड़ ने भी दो छक्के जड़कर सकारात्मक शुरुआत की लेकिन 16 रन बनाकर दुबे की गेंद पर आउट हो गए।  तीनों मुख्य बल्लेबाजों के पवेलियन लौटने के बाद टीम का स्कोर छह विकेट पर 168 रन था। पश्चिम क्षेत्र को हार से बचाने की जिम्मेदारी अब कोटियान, तुषार देशपांडे और ठाकुर जैसे निचले क्रम के बल्लेबाजों पर थी। दुबे और जैन ने उनकी कड़ी परीक्षा ली। देशपांडे (12) क्रीज पर थोड़ा समय बिताने के बाद जैन की गेंद पर मिड-विकेट पर रजत पाटीदार को आसान कैच थमा बैठे। चाय से ठीक पहले शारदुल के आउट होने के बाद पश्चिम क्षेत्र के पास केवल 54 रन की बढ़त थी लेकिन मध्य क्षेत्र ने जीत के लिए पूरा जोर नहीं लगाया। शारदुल पहली पारी में बल्लेबाजों के प्रयास से निराश दिखे। उन्होंने मैच के बाद कहा, ‘‘ पहले दिन शुरुआती पारी में कुछ ऐसे शॉट थे जिन्हें हम एक बल्लेबाज़ी इकाई के तौर पर टाल सकते थे। हमने लय गंवा दी लेकिन फिर रुतुराज ने शानदार बल्लेबाजी करके हमें मैच में वापस ला दिया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मेरे और तनुश के बीच साझेदारी अच्छी थी, लेकिन मेरा रन आउट होना भी शायद एक अहम मोड़ था। हम अगर 500 रन के आस पास का स्कोर बना लेते तो मैच हमारे पक्ष में हो सकता था। ’’ भाषा आनन्द नमितानमिता

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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