कोलकाता, 12 नवंबर (भाषा) एक दशक से अधिक समय से निर्विवाद रूप से विश्व के नंबर एक खिलाड़ी रहे मैग्नस कार्लसन का मानना है कि वर्तमान समय में शतरंज की रेटिंग में अतीत की तुलना में कुछ हद तक गिरावट आई है और किसी खिलाड़ी के उनसे आगे निकलने की संभावना को लेकर वह चिंतित नहीं हैं।
पांच बार के विश्व चैंपियन और 2013 से 2023 तक खिताब अपने पास रखने वाले कार्लसन ने कहा कि प्रेरणा की कमी के कारण उन्होंने विश्व चैंपियनशिप में आगे नहीं खेलने का फैसला किया। क्लासिकल शतरंज नहीं खेलने के बावजूद वह शीर्ष पर बने हुए हैं।
नॉर्वे के इस 33 वर्षीय खिलाड़ी ने टाटा स्टील शतरंज इंडिया रैपिड एवं ब्लिट्ज़ टूर्नामेंट से पहले संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं अब बहुत अधिक क्लासिकल शतरंज नहीं खेलता इसलिए जब भी कोई मेरे पास से गुजरता है तो मुझे कोई खास परेशानी नहीं होती।’’
उन्होंने कहा,‘‘मुझे लगता है कि कई खिलाड़ियों के पास मुझसे आगे निकलने का मौका है लेकिन ऐसा कब होता है इसके लिए हमें इंतजार करना होगा। यह मुझ पर नहीं अन्य खिलाड़ियों पर निर्भर करता है।’’
कार्लसन ने इसके साथ ही कहा कि शतरंज की रेटिंग अब उतनी प्रभावशाली नहीं रही जितना एक दशक पहले हुआ करती थी। नार्वे के इस खिलाड़ी की रेटिंग अभी 2831 है।
उन्होंने कहा,‘‘‘शतरंज की रेटिंग में निश्चित रूप से गिरावट आई है, इसलिए ईएलओ 2830 का स्तर शायद 10 साल पहले 2850 के समान होगा और बहुत अधिक खिलाड़ी वहां तक नहीं पहुंचे हैं।’’
भाषा पंत नमिता
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