गुमी (दक्षिण कोरिया), 30 मई (भाषा) गुलवीर सिंह ने शुक्रवार को यहां पुरुषों की 5000 मीटर स्पर्धा के फाइनल में एक दशक पुराना मीट रिकॉर्ड तोड़ा और एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप में अपना दूसरा स्वर्ण पदक जीतकर लंबी दूरी की दौड़ के भारत के महान खिलाड़ियों में अपना नाम दर्ज करा लिया।
राष्ट्रीय रिकॉर्डधारी धावक गुलवीर ने 13 मिनट 24.77 सेकेंड का समय निकालकर थाईलैंड के कीरन टुनटिवेट को पीछे छोड़ा जो 13 मिनट 24.97 सेकेंड के साथ दूसरे स्थान पर रहे। जापान के नागिया मोरी ने 13 मिनट 25.06 सेकेंड के साथ कांस्य पदक जीता।
पिछला चैंपियनशिप रिकॉर्ड कतर के मोहम्मद अल-गर्नी के नाम था। अल-गर्नी ने 2015 सत्र में 13 मिनट 34.47 का समय निकाला था।
इस जीत के साथ ही भारतीय खिलाड़ी ने मौजूदा चैंपियनशिप में अपना दूसरा स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने इससे पहले प्रतियोगिता के शुरुआती दिन 10,000 मीटर स्पर्धा में 28 मिनट 38.63 सेकंड के समय के साथ स्वर्ण पदक जीता था।
भारत को पूजा ने ऊंची कूद में स्वर्ण पदक के साथ बड़ी सफलता दिलायी। इस 18 साल की खिलाड़ी ने अपने अंतिम से पहले प्रयास में 1.89 मीटर की छलांग के साथ उज्बेकिस्तान की सफीना सादुल्लाएवा (1.86 मीटर) को पछाड़ा।
हरियाणा की इस खिलाड़ी के पिता एक श्रमिक हैं। पूजा ने इससे पहले 2023 में एशियाई अंडर-23 चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता था।
गुलवीर इस प्रदर्शन के साथ महाद्वीपीय प्रतियोगिता में पुरुषों की 5000 मीटर स्पर्धा में स्वर्ण जीतने वाले भारतीय खिलाड़ियों के एलीट समूह में शामिल हो गए । इससे पहले गोपाल सैनी (1981), बहादुर प्रसाद (1993), और जी लक्ष्मणन (2017) ने इस स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीते हैं।
उत्तर प्रदेश के अतरौली के 26 वर्षीय खिलाड़ी ने 2023 सत्र में भी कांस्य पदक जीता था।
महिलाओं की 3000 मीटर स्टीपलचेज में हालांकि भारत को थोड़ी निराशा हुई, जहां गत चैंपियन पारुल चौधरी को रजत से संतोष करना पड़ा।
पारुण ने नौ मिनट 12.46 सेकेंड का समय लिया और कजाकिस्तान की नोरा जेरुतो तनुई (नौ मिनट 10.46 सेकेंड) से पिछड़ गई। कांस्य भी कजाखस्तान की डेजी जेपकेमी (नौ मिनट 27.51 सेकेंड) के खाते में गया।
प्रतियोगिता में अब भारत के पदकों की संख्या 17 ( सात स्वर्ण, सात रजत और तीन कांस्य) हो गई है।
इससे पहले भारत की चार गुणा 100 मीटर पुरुष रिले टीम प्रारंभिक दौर के दौरान गलत ‘बैटन एक्सचेंज’ के कारण अयोग्य घोषित कर दी गई लेकिन सचिन यादव और यशवीर सिंह ने मौजूदा ओलंपिक चैंपियन पाकिस्तान के अरशद नदीम के साथ एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप के पुरुष भाला फेंक फाइनल में जगह बनाई।
प्रणव प्रमोद गौरव, रागुल कुमार गणेश, मणिकांत होबलीधर और अमलान बोरगोहेन की चौकड़ी को विश्व एथलेटिक्स के तकनीकी नियम 24.7 का उल्लंघन करते हुए ‘टेकओवर’ क्षेत्र के बाहर ‘बैटन एक्सचेंज’ (दूसरे खिलाड़ी को बैटन देना) का दोषी पाए जाने के बाद प्रतियोगिता से बाहर कर दिया गया।
मलेशिया की टीम को भी इसी तरह के उल्लंघन के लिए अयोग्य घोषित किया गया।
भारतीय दल के लिए हालांकि अच्छी खबर यह रही कि सचिन और यशवीर 12 पुरुषों की भाला फेंक स्पर्धा के फाइनल में पहुंच गए। सचिन ने 79.62 मीटर की दूरी तय करके पांचवां स्थान हासिल किया जबकि यशवीर ने 76.67 मीटर की दूरी तय करके शनिवार के फाइनल के लिए क्वालीफाई किया।
नदीम इसमें शीर्ष पर रहे। पिछले साल पेरिस ओलंपिक में 92.97 मीटर से स्वर्ण जीतने के बाद पहली प्रतियोगिता में भाग ले रहे इस खिलाड़ी ने क्वालीफाइंग राउंड में 86.34 मीटर की दूरी हासिल की।
भारतीय खिलाड़ियों से जुड़ी अन्य स्पर्धाओं में महिलाओं की 100 मीटर बाधा दौड़ में स्वर्ण विजेता ज्योति याराजी और नित्या गांधे ने अपनी हीट में क्रमशः 23.74 सेकंड और 23.77 सेकंड का समय लेकर 200 मीटर के फाइनल में प्रवेश किया।
अनिमेष कुजूर ने पुरुषों की 200 मीटर स्पर्धा में अपनी प्रारंभिक दौड़ में 20.98 सेकंड का समय लेकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया।
नंदिनी अगसारा हेप्टाथलॉन में पांच स्पर्धाओं के अंत में अपने अंकों की संख्या 4500 तक पहुंचा स्वर्ण पदक की दौड़ में बनी हुई है। वह आज सुबह आयोजित लंबी कूद में 6.13 मीटर की दूरी तय करके शीर्ष पर रही।
वह चीन की लियू जिंगी से आगे चल रही हैं जिनके 4210 अंक हैं। आज शाम को केवल भाला फेंक और 800 मीटर स्पर्धाएं पूरी होनी बाकी हैं।
भाषा आनन्द नमिता
नमिता
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