नयी दिल्ली, आठ फरवरी ( भाषा ) भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) ने एशियाई खेलों के पूर्व स्वर्ण पदक विजेता प्रवीण कुमार सोबती के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि 11 वर्ष के अपने सफल कैरियर के कारण वह आने वाली पीढी के प्रेरणास्रोत रहेंगे ।
टीवी धारावाहिक ‘महाभारत’ में भीम का किरदार निभाने वाले सोबती का सोमवार की शाम अशोक विहार स्थित अपने निवास पर दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया ।
वह 74 वर्ष के थे और उनके परिवार में पत्नी, बेटी , दो छोटे भाई और बहन हैं ।
एएफआई अध्यक्ष आदिले सुमरिवाला ने कहा ,‘‘ वह आने वाली पीढी के प्रेरणास्रोत रहेंगे । उन्होंने 11 वर्ष तक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शानदार प्रदर्शन किया । सर्वोच्च स्तर तक शानदार प्रदर्शन की खूबी उन्हें विलक्षण बनाती थी ।’’
सोबती चक्काफेंक और तारगोला फेंक में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं और 1966 और 1970 एशियाई खेलों में दो स्वर्ण समेत चार पदक भी जीते ।
उन्होंने 1966 राष्ट्रमंडल खेलों में तारगोला फेंक में रजत पदक जीता था ।
उन्होंने कहा ,‘‘ ऐसे समय में इतनी सफलता अर्जित करना जब बड़ी स्पर्धा की तैयारी छोटे छोटे राष्ट्रीय शिविरों में ही होती है, उनकी प्रतिभा की बानगी देता है और बताता है कि वह उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिये कितने लालायित थे ।’’
इससे पहले एएफआई ने एक ट्वीट में कहा ,‘‘ एएफआई परिवार ओलंपियन और एशियाई खेलों के पदक विजेता श्री प्रवीण कुमार सोबती जी के निधन पर शोकमग्न है ।’’
महाभारत में भीम की भूमिका निभाने के बाद उन्होंने करीब 50 फिल्मों में अभिनय किया जिनमें ‘युद्ध’, ‘अधिकार’, ‘हुकूमत’ , ‘शहंशाह’ ,‘घायल’ और ‘आज का अर्जुन ’शामिल हैं ।
भाषा मोना सुधीर
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