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Monday, 8 July, 2024
होमखेलतुम्हारी मां के हाथ का चूरमा खाना है , प्रधानमंत्री मोदी ने नीरज चोपड़ा से कहा

तुम्हारी मां के हाथ का चूरमा खाना है , प्रधानमंत्री मोदी ने नीरज चोपड़ा से कहा

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नयी दिल्ली, पांच जुलाई ( भाषा ) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पेरिस ओलंपिक की तैयारियों में जुटे नीरज चोपड़ा से मजाकिया अंदाज में कहा कि उसने अभी तक चूरमा भेजा नहीं जिस पर ओलंपिक और विश्व चैम्पियन भालाफेंक स्टार ने इस बार उन्हें चूरमा खिलाने का वादा किया ।

प्रधानमंत्री मोदी ने इस महीने के आखिर में हो रहे पेरिस ओलंपिक के लिये जा रहे खिलाड़ियों से व्यक्तिगत और आनलाइन बातचीत के दौरान नीरज से चूरमे की फरमाइश की तो एथलीट प्रियंका गोस्वामी से पूछा कि वह ओलंपिक में अपने बालकृष्ण को साथ ले जा रही है या नहीं ।

आनलाइन बातचीत में जुड़े नीरज से चुटकी लेते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा ,‘‘ चूरमा आया नहीं तेरा अभी तक ।’’

इस पर सकुचाते हुए नीरज ने कहा ,‘‘ सर चूरमा लेकर आयेंगे इस बार । पिछली बार दिल्ली में चीनी वाला चूरमा था लेकिन आपको हरियाणा का देसी घी और गुड़ का चूरमा खिलायेंगे । ’’

प्रधानमंत्री ने इस पर कहा ,‘‘ मुझे तो तेरी मां के हाथ का चूरमा खाना है ।’’

पिछली बार तोक्यो ओलंपिक से लौटने के बाद खिलाड़ियों का स्वागत करते हुए मोदी ने अपने आवास पर चोपड़ा को चूरमा और दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पी वी सिंधू आइसक्रीम खिलाई थी ।

रियो ओलंपिक में रजत और तोक्यो में कांस्य पदक जीतने वाली सिंधू ने कहा कि यह उनका तीसरा ओलंपिक है और रजत तथा कांस्य जीतने के बाद अब मकसद पदक का रंग बदलना है ।

उन्होंने कहा ,‘‘ इस बार काफी अनुभव के साथ जा रही हूं और बेहतर पदक लेकर लौटूंगी । नये खिलाड़ियों से इतना कहूंगी कि दबाव नहीं लें और खुद पर विश्वास रखते हुए फोकस करें ।’’

स्विटजरलैंड में अभ्यास कर रही पैदलचाल खिलाड़ी प्रियंका गोस्वामी से प्रधानमंत्री ने पूछा कि इस बार भी बालकृष्ण को लेकर जा रही हो ना ।

इस पर गोस्वामी ने कहा ,‘‘ जी हां । यह उनका भी दूसरा ओलंपिक है ।’’

गोस्वामी ने राष्ट्रमंडल खेलों में 10000 मीटर पैदलचाल में रजत पदक जीतने के बाद पदक लेते समय हाथ में लड्डू गोपाल की मूर्ति ले रखी थी और अपना पदक भी उन्हें समर्पित किया था ।

प्रियंका ने तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने पर मोदी को बधाई दी तो खिलाड़ियों ने तालियां बजाकर इसका स्वागत किया ।

प्रधानमंत्री ने नीरज चोपड़ा को स्वस्थ रहने और चोट से बचने के लिये शुभकामना दी ।

इससे पहले नीरज ने कहा ,‘‘ इस साल बहुत कम टूर्नामेंट खेला हूं क्योंकि बीच में चोट लग गई थी । अभ्यास बहुत बढिया चल रहा है और कोशिश करेंगे कि देश के लिये शत प्रतिशत दें । तोक्यो मेरा पहला ओलंपिक था जिसके स्वर्ण जीता और उसका कारण यह था कि मन में डर नहीं था और अपनी ट्रेनिंग पर भरोसा था ।’’

उन्होंने कहा ,‘‘ मैं सभी खिलाड़ियों से यही कहूंगा कि किसी से डरे बिना अपना सर्वश्रेष्ठ दें । हम घर से दूर रहकर इतनी मेहनत कर रहे हैं तो किसी को भी हरा सकते हैं ।’’

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘‘ आपने बहुत उपयोगी जानकारी दी । आपका स्वास्थ्य अच्छा रहे , कोई नयी चोट नहीं लगे ।’’

इस मौके पर पुरूष हॉकी कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने कहा कि हॉकी का इतिहास काफी गौरवमयी रहा है और कोशिश बहुत अच्छी चल रही है कि तोक्यो के बाद फिर पदक लेकर आये । सुविधायें बहुत अच्छी मिल रही है ।

प्रधानमंत्री मोदी ने उनसे कहा ,‘‘सबसे ज्यादा दबाव हॉकी खिलाड़ियों पर रहता है क्योंकि देश का बच्चा बच्चा सोचता है कि यह हमारा खेल है और इसमें हम कैसे हार रहे हैं । इसमें मेहनत ज्यादा करनी पड़ती है लेकिन हमें यकीं है कि आप जीतकर आयेंगे ।’’

पहली बार जाने वाली निशानेबाज रमिता जिंदल से उनके अनुभव के बारे में पूछा । यह भी पूछा कि उनकी ट्रेनिंग कहां हुई या परिवार में कोई और खेल से जुड़ा है या नहीं । पहलवान अंतिम पंघाल ने भी कहा कि वह कुश्ती में पदक जीतने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगी ।

भारतीय दल की सबसे युवा सदस्य चौदह साल की तैराक धिनिधि देसिंघु ने भी प्रधानमंत्री से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन का वादा किया ।

चौथी बार जा ओलंपिक जा रही तीरंदाज दीपिका कुमारी से उन्होंने पूछा कि पहली बार ओलंपिक खेलने वालों को क्या संदेश देंगी । उन्होंने यह भी पूछा कि तीन बार में बहुत कुछ सीखा होगा तो इस बार तैयारी के लिये क्या नया सीखा या रूटीन तैयारी के साथ ही जा रही हैं ।

मुक्केबाज निकहत जरीन ने कहा कि पहला ओलंपिक है और देशवासियों की उम्मीदों पर खरा उतरना चाहती है । खेलो इंडिया से निकले खिलाड़ियों निशानेबाज सिफत कौर और मनु भाकर ने भी अपने अनुभव साझा किये ।

भाषा

मोना

मोना

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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