नयी दिल्ली, चार मई (भाषा) भारत के टी माधवन और मुना नायक यूनान के हेराक्लिओन में आईडब्ल्यूएफ (अंतराष्ट्रीय भारोत्तोलन संघ) जूनियर विश्व भारोत्तोलन चैंपियनशिप में पुरुषों के 61 किग्रा वर्ग में क्रमश: चौथे और छठे स्थान पर रहे।
अठारह साल के माधवन ने कुल 263 किग्रा (118 किग्रा + 145 किग्रा) का वजन उठाया और पांच किलो से पदक जीतने से चूक गये।
इस बीच, मुना ने 10 भारोत्तोलको के स्पर्धा में कुल 258 किग्रा (113 किग्रा + 145 किग्रा) वजन के साथ छठे स्थान पर रहे। यह 19 वर्षीय खिलाड़ी अपने अंतिम क्लीन एंड जर्क प्रयास में 150 किग्रा भार उठाने में विफल रहा। वह अगर इसमें सफल रहते तो रजत पदक जीत जाते।
इस स्पर्धा का स्वर्ण अमेरिका के हैम्पटन मॉरिस ने 276 किग्रा (116 किग्रा + 160 किग्रा) के कुल सफल प्रयास के साथ जीता।
उन्होंने अपने तीसरे प्रयास में 160 किग्रा भार उठाकर क्लीन एंव जर्क जूनियर पुरुष विश्व रिकॉर्ड तोड़ा। पहले यह रिकॉर्ड उत्तर कोरिया के किम चुंग गुक (159 किग्रा) के नाम था।
महिलाओं की स्पर्धाओं में, श्राबनी दास 55 किग्रा भार वर्ग में 181 किग्रा (78 किग्रा + 103 किग्रा) के कुल भार के साथ सातवें स्थान पर रहीं।
पश्चिम बंगाल की भारोत्तोलक 78 किग्रा के अपने दूसरे स्नैच प्रयास में विफल रही, लेकिन अन्य पांच भार को अच्छी तरह से उठाया।
भारत ने मौजूदा स्पर्धा में अब तक तीन पदक हासिल किया है जिसमें स्वर्ण, रजत और कांस्य तीनों शामिल है। सोमवार को हर्षदा गरुड़ (महिला 45 किग्रा) स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय बनीं।
भारत ने टूर्नामेंट के लिए आठ सदस्यीय दल भेजा था। इसमें से सिर्फ 87 किग्रा से अधिक के वर्ग में मैबम मार्टिना देवी की स्पर्धा बची है।
भाषा आनन्द नमिता
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