नयी दिल्ली, छह मई (भाषा) चीन में 2022 एशियाई खेलों के अनिश्चितकाल तक स्थगित किये जाने के बाद भारतीय खिलाड़ियों की मिश्रित प्रतिक्रियायें आयी हैं जिसमें कुछ काफी निराश हैं तो कुछ इससे राहत महसूस कर रहे हैं।
राष्ट्रमंडल और एशियाई खेलों के वर्ष में खिलाड़ियों को काफी योजना बनानी होती है ताकि वे सही समय पर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सकें।
कुछ को एशियाई खेलों के स्थगित होने से आराम और तैयारी करने का काफी समय मिल जायेगा जबकि अन्य के लिये उनकी योजना प्रभावित हुई है।
अनुभवी तीरंदाज और तीन बार के ओलंपियन तरूणदीप रॉय एशियाड के बाद संन्यास लेने का मन बना रहे थे, उन्होंने कहा, ‘‘यह मेरे लिये बड़ा झटका है। मैं 38 का हूं और इस साल एशियाड के बाद संन्यास लेना चाहता था। अब मुझे नहीं पता कि क्या करूं, मेरी तैयारियों को बड़ा झटका लगा है। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘पिछले साल ओलंपिक की निराशा के बाद अब सही समय शीर्ष पर पहुंच रहा था। हाल में अंताल्या में विश्व कप में मिश्रित स्पर्धा का स्वर्ण पदक जीता था। सब ठीक चल रहा था और अब मुझे फिर से योजना बनानी होगी। ’’
वहीं स्टार महिला तीरंदाज दीपिका कुमारी एशियाड टीम में जगह बनाने में विफल रही थी। उन्होंने कहा, ‘‘इसमें कोई शक नहीं कि यह हमारे लिये अच्छी खबर है (उनके पति अतनु दास भी ट्रायल्स से टीम में जगह नहीं बना सके थे) और हमें मजबूती से वापसी करने की नयी ‘लाइफलाइन’ मिली है। लेकिन हम फिर शुरूआत कर सकते हैं। पर दूसरे खिलाड़ियों के लिये मुझे दुख हो रहा है जो इतनी कड़ी ट्रेनिंग कर रहे थे। ’’
स्क्वाश ओलंपिक खेल नहीं है जिससे खिलाड़ी चार साल बाद राष्ट्रमंडल और एशियाई खेलों का इंतजार करते हैं।
दीपिका पल्लीकल ने हाल में विश्व युगल चैम्पियनशिप जीती थी और उनका कहना है कि अब उन्हें अपनी योजना की समीक्षा करनी होगी।
उन्होंने कहा, ‘‘यह काफी दुखद है। खेलों के लिये मानसिक और शारीरिक रूप से तैयार होने के लिये काफी मेहनत करनी होती है। लेकिन अब हम अपने अगले लक्ष्य राष्ट्रमंडल खेलों पर ध्यान लगायेंगे। ’’
शीर्ष टेबल टेनिस खिलाड़ी जी साथियान ने कहा, ‘‘हमें राष्ट्रमंडल खेल, एशियाई खेल और विश्व चैम्पियनशिप खेलनी थी। विश्व चैम्पियनशिप भी चीन में होनी थी जिसे भी शायद अब स्थगित कर दिया जाये। इसलिये योजना पूरी तरह बदल जायेगी। ’’
तैराक श्रीहरि नटराज ने कहा, ‘‘यह अच्छा और बुरा दोनों है। हमें तैयारी का और समय मिलेगा लेकिन बुरा इसलिये क्योंकि हमें फिर से योजना बनानी होगी। हमें अब कुछ और महीनों का इंतजार करना होगा। ’’
राष्ट्रीय रिकॉर्डधारी लंबी कूद के एथलीट एम श्रीहरिशंकर को लगता है कि इससे उनका कार्यभार कम हो जायेगा।
भारतीय भारोत्तोलन के मुख्य कोच विजय शर्मा एशियाड के स्थगित होने से निराश थे।
उन्होंने कहा, ‘‘यह निराशाजनक है। हमें अब पूरी योजना को बदलना होगा, हम एशियाड को लेकर रणनीति बना रहे थे और हमें अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद थी। भारत ने 20 वर्षों से इसमें (भारोत्तोलन में) एशियाड पदक नहीं जीता है। ’’
भाषा नमिता सुधीर
सुधीर
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