ग्वांगजू (दक्षिण कोरिया), 20 मई (भाषा) अभिषेक वर्मा और अवनीत कौर की भारत की मिश्रित कंपाउंड तीरंदाजी टीम शुक्रवार को यहां सेमीफाइनल में हार के बाद विश्व कप (चरण दो) में कांस्य पदक के लिए चुनौती पेश करेगी जबकि रिकर्व टीम ने एक बार फिर निराश किया।
अभिषेक और अवनीत की मिश्रित जोड़ी ने डेनमार्क को 157-155 से हराया और फिर मैक्सिको को 156-153 से शिकस्त दी लेकिन टीम को सेमीफाइनल में कड़े मुकाबले में 10वें वरीय एस्टोनिया के खिलाफ 156-158 से शिकस्त झेलनी पड़ी। भारत की छठी वरीय मिश्रित जोड़ी अब चौथे वरीय तुर्की को हराकर प्रतियोगिता में देश के लिए तीसरा कांस्य पदक जीतने का प्रयास करेगी।
भारत ने महिला कंपाउंड और रिकर्व टीम स्पर्धा में कांस्य पदक जीते हैं। कंपाउंड पुरुष टीम कम से कम रजत पदक पक्का कर चुकी है। उसे शनिवार को फाइनल में भिड़ना है।
रिकर्व तीरंदाजों ने एक बार फिर निराश किया और चिर प्रतिद्वंद्वी कोरिया के खिलाफ उसे लगातार विफलता हाथ लगी। रिकर्व टीम महिला टीम स्पर्धा में कांस्य पदक के रूप में सिर्फ एक पदक जीत पाई।
ओलंपियन अतनु दास और दीपिका की गैरमौजूदगी में भारत ने मिश्रित टीम में तरूणदीप राय और रिद्धि फोर की नई मिश्रित टीम को उतारा।
भारत की सातवीं वरीय रिकर्व जोड़ी को प्री क्वाटर्र फाइनल में बाई मिली। इस जोड़ी ने 10वें वरीय जापान को 5-3 (33-38, 36-36, 38-32, 38-36) से हराया लेकिन अगले दौर में उन्हें जर्मनी के खिलाफ 1-5 (37-37, 32-35, 36-37) से शिकस्त झेलनी पड़ी।
पांच साल बाद विश्व कप में वापसी कर रहे पूर्व व्यक्तिगत स्वर्ण पदक विजेता जयंत तालुकदार और टीम के उनके अनुभवी साथी राय दोनों को कोरिया के किम वूजिन के खिलाफ शिकस्त झेलनी पड़ी।
दो बार ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता टीम का हिस्सा रहे वूजिन के हाथों राय को प्री क्वार्टर फाइनल में 2-6 (27-29, 29-28, 28-29, 27-30) से हार का सामना करना पड़ा।
क्वार्टर फाइनल में तालुकदार ने बेहतर शुरुआत की और पहले दो सेट जीतने के बाद 5-1 की बढ़त बनाई लेकिन अंतत: उन्हें शूट आफ में 5-6 (29-26, 29-27, 28-28, 26-29, 26-27) से शिकस्त झेलनी पड़ी। शूट आफ में दोनों तीरंदाजों ने 10 अंक जुटाए लेकिन वूजिन का तीर केंद्र के अधिक करीब लगा और उन्हें विजेता घोषित किया गया।
रिकर्व महिला व्यक्तिगत वर्ग में कोमालिका बारी और रिद्धि के प्रदर्शन से संकेत मिले कि शीर्ष स्तर पर प्रतिस्पर्धी होने के लिए उन्हें लंबा रास्ता तय करना होगा।
दो बार की युवा विश्व चैंपियन कोमालिका ने सबसे अधिक निराश किया। वह पहले ही दौर में तुर्की की यास्मिन अनागोज के खिलाफ 4-6 (26-27, 25-27, 27-26, 23-25, 27-26) की शिकस्त के साथ बाहर हो गईं।
सत्रह साल की राष्ट्रीय चैंपियन रिद्धि ने टीम की अपनी साथियों के बीच सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। उन्होंने प्री क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई जहां उन्हें कोरिया की ली गेह्युन के खिलाफ शूट आफ में 5-6 (28-27, 28-29, 30-29, 26-27, 27-27) (8-9) से हार का सामना करना पड़ा। शूट आफ में रिद्धि ने आठ जबकि गेह्युन ने नौ अंक जुटाए।
भाषा सुधीर नमिता
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