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Saturday, 21 December, 2024
होमविज्ञानगुजरात आयुर्वेद विश्वविद्यालय ने बढ़ती उम्र से बचने का तोड़ खोजने का किया दावा

गुजरात आयुर्वेद विश्वविद्यालय ने बढ़ती उम्र से बचने का तोड़ खोजने का किया दावा

गुजरात आयुर्वेद विश्वविद्यालय द्वारा किए गए अध्ययन का दावा है कि गिलोय से फल की मक्खियों (कॉमन फ्रूट फ्लाई) का जीवनकाल बढ़ता है. आयुष मंत्रालय चाहता है कि इस शोध का दायरा मनुष्यों तक बढ़ाया जाए.

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नई दिल्ली: बुढ़ापे से लड़ने और जवानी को बरकरार रखने के लिए दुनिया भर में नए-नए फॉर्मूले खोजे जा रहे हैं. इस पर रिसर्च हो रहा है. हज़ारों करोड़ खर्च किए जा रहे हैं. अब एक भारतीय आयुर्वेद युनिवर्सिटी ने बढ़ती उमर से बचने का तोड़ खोजने में अहम सफलता हासिल कर ली है. गुजरात के जामनगर में आयुर्वेद विश्वविद्यालय ने ये खोज की है कि गिलोए खाने से आम फल मक्खी जिसे आप कॉमन फ्रूट फ्लाई कहतें हैं, उसकी उमर में बढ़ जाती हैं.

इस आम फल मक्खी को आम तौर पर सबसे ज़्यादा एनिमल मॉडल के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है. बुढ़ापे और बढ़ती उम्र की प्रक्रिया को समझने के लिए जामनगर के आयुर्वेद विश्विद्यालय ने दावा किया है कि इन मक्खियों की उम्र जो आमतौर पर 29 से 30 दिन होती है वो तीस दिन तक गिलोए पाउडर खिलाने से 85 दिन तक बढ़ जाती है.


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ये स्टडी नीदरलैंड के हेल्थकेयर के प्रतिष्ठित जरनल में छप चुकी है और इस स्टडी से मोदी सरकार भी उत्साहित है और इन नतीजों के सामने आने के बाद सरकार इस रिसर्च का दायरा मनुष्य तक बढ़ाना चाहती है.

आयुष मंत्रालय के सचिव राजेश कोटेचा ने दिप्रिंट को बताया कि सरकार इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च जो देश की सबसे बड़ी मेडिकल रिसर्च बॉडी है उनके साथ मिलकर इस का दायरा मनुष्य तक बढ़ाएगी.

उन्होंने बताया कि वो एक बड़ा रिसर्च प्रोजेक्ट प्लान कर रहे हैं ताकि इस स्टडी में जो पाया गया उसे मान्यता मिल सके

रिसर्च में क्या पाया गया?

इस स्टडी के दौरान गुजरात इंटिटयूट फॉर पोस्ट ग्रेजुएट टीचिंग एंड रिसर्च के रिसर्चों ने आयुर्वेद विश्वविद्यालय के रिसर्चों ने मक्खी के खाने में गिलोए पाउडर को अलग-अलग अनुपात में मिलाया.

मक्खियों को इस तरह का खाना तीस दिन तक खिलाया गया. जिस ग्रुप को गिलोए 0.25 ग्राम प्रति 100 मिली. में दिया गया था. उन मक्खियों में उम्र बढ़ कर सबसे ज्यादा नर मक्खी के लिए 83.2 दिन और मादा मक्खी के लिए 84.8 दिन हो गई.

जिन्हें 0.50 ग्राम प्रति 100 मिली. दिया गया उनकी उम्र बढ़ कर दोनों नर और मादा मक्खीयों की उम्र 33 दिन हो गई.

इस अध्ययन से ये निष्कर्ष निकाला गया की गिलोए पाउडर को एक निर्धारित मात्रा में लेने से उम्र बढ़ सकती है. रिसर्च पेपर में कहा गया है कि एक निर्धारित मात्रा में गिलोए पाउडर का कंसंट्रेशन लेने से सबसे ज्यादा बढ़ोत्तरी होती है इस लिमिट से अधिक मात्रा में लेने से ज्यादा उम्र नही बढ़ती.


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इस पेपर के मुताबिक गिलोए पाउडर से मक्खियों की उम्र बढ़ने की वजह गिलोए के हाई एंटीऑक्सीडेंट गुण को माना जा सकता है. हालांकि गिलोए से कैसे और किस तंत्र से फल मक्खी की उम्र बढ़ती है ये पता नहीं लगा है लेकिन इस खोज ने गिलोए के व्यवस्थापना और रसायन तंत्र प्रभाव को मान्यता दे दी है.

रसायन, रसायन चिकित्सा या रसायन शास्त्र आयुर्वेद के आठ अंगों में से एक है. आयुर्वेद के अनुसार जो जरा (बुढ़ापा) और रोगों को नष्ट करे उसे रसायन कहा जाता है.

इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.

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