नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश सौर ऊर्जा नीति के तहत ऊर्जा क्रांति की दिशा में अग्रसर है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश की कुल सौर ऊर्जा क्षमता 1003.64 मेगावाट तक पहुंच चुकी है, जिससे वार्षिक बिजली बिल में 40 से 60 प्रतिशत तक की बचत हो रही है.
यह लाभ बड़े उद्योगों से लेकर ग्रामीण उपभोक्ताओं तक पहुंच रहा है. सौर ऊर्जा क्षेत्र में लगभग 50 हजार युवाओं को तकनीशियन, इंस्टॉलर और सर्विस स्टाफ के तौर पर रोजगार मिला है. ग्रामीण और अर्धशहरी क्षेत्रों में लोड शेडिंग कम हुई है और छोटे व्यवसायों की आय में 10 से 15 प्रतिशत सुधार हुआ है.
सौर ऊर्जा प्रदेश की आर्थिक रीढ़ बनने और ऊर्जा आत्मनिर्भरता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है. योगी सरकार का उद्देश्य विकसित यूपी 2047 विजन के अंतर्गत सभी प्रमुख शहरों को सोलर सिटी के रूप में विकसित करना है.
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