नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश कभी पिछड़ेपन और बेरोजगारी का प्रतीक था, लेकिन आज यह उद्योगों का नया ग्रोथ सेंटर बन गया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश ने औद्योगिक विकास में अभूतपूर्व गति हासिल की है.
वर्ष 2024-25 में यूपी में 4,000 नई फैक्ट्रियां स्थापित हुईं, जिससे कुल फैक्ट्रियों की संख्या 27,000 तक पहुंच गई. यह केवल संख्या नहीं, बल्कि निवेश और औद्योगिक भूगोल में संरचनात्मक बदलाव का संकेत है. अब फैक्ट्रियां नोएडा, लखनऊ, कानपुर, गोरखपुर और प्रयागराज समेत कई शहरों में फैल रही हैं.
2023-24 में प्रदेश में 22,141 फैक्ट्रियों में 12.80 लाख से अधिक वर्कर्स कार्यरत थे. एमएसएमई इकाइयों और ग्रामीण कारीगरों को अनुदान, प्रशिक्षण और वित्तीय सहायता मिल रही है. उत्तर प्रदेश की यह औद्योगिक सफलता निवेश, रोजगार और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में प्रदेश की मजबूत पहचान बन रही है.