नई दिल्ली: गोरखपुर में गोरक्षपीठ पर महंत दिग्विजयनाथ की 56वीं और महंत अवैद्यनाथ की 11वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया गया, जो 11 सितंबर को संपन्न होगा. महंत अवैद्यनाथ को उनके सामाजिक सद्भाव, धार्मिक नेतृत्व और श्रीराम मंदिर आंदोलन में निर्णायक भूमिका के लिए याद किया गया.
महंत अवैद्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर के पीठाधीश्वर के रूप में अपने गुरु दिग्विजयनाथ के आदर्शों को आगे बढ़ाया. 1990 के दशक में उनके नेतृत्व में राम मंदिर आंदोलन निर्णायक चरण तक पहुंचा और गांव-गांव तक फैल गया. उन्होंने दलित समाज के साथ सहभोज अभियान चलाकर समानता का संदेश दिया और काशी में डोम राजा के घर संतों के साथ भोजन कर सामाजिक समरसता का उदाहरण पेश किया.
महंत अवैद्यनाथ पांच बार विधायक और चार बार सांसद रहे. राजनीति और अध्यात्म दोनों में सक्रिय रहते हुए उन्होंने जनसेवा और हिंदू एकता को जीवन का उद्देश्य बनाया.
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