लखनऊ: कानपुर की मासूम मायरा सोमवार को अपनी मां नेहा के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ‘जनता दर्शन’ कार्यक्रम में पहुंचीं. मायरा की मां ने बच्ची के स्कूल में प्रवेश को लेकर मुख्यमंत्री से गुहार लगाई. मुख्यमंत्री ने मायरा से हालचाल पूछा और जानना चाहा कि बड़ी होकर वह क्या बनना चाहती हैं जिस पर मायरा ने तुरंत जवाब दिया—“डॉक्टर”. बच्ची की इस मासूमियत पर मुख्यमंत्री मुस्कुराए और अधिकारियों को उसके एडमिशन की प्रक्रिया तुरंत पूरी कराने के निर्देश दिए.
मुख्यमंत्री ने मायरा को चॉकलेट भी दी और उसके परिवार से विस्तार से बातचीत की. मायरा की मां ने कहा कि परिवार की बात को मुख्यमंत्री ने धैर्यपूर्वक सुना और आश्वासन दिया कि बच्ची की पढ़ाई में कोई बाधा नहीं आएगी.
यह पहली बार नहीं है कि किसी बच्ची की शिक्षा से जुड़ी समस्या ‘जनता दर्शन’ में हल हुई हो. इससे पहले जून में मुरादाबाद की वाची ने अपने माता-पिता के साथ मुख्यमंत्री से मिलकर प्रवेश की गुहार लगाई थी. मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद सिर्फ तीन घंटे के भीतर आरटीई के तहत वाची का शहर के प्रतिष्ठित विद्यालय में एडमिशन हो गया.
इसी तरह, जुलाई में गोरखपुर की पंखुड़ी त्रिपाठी ने आर्थिक स्थिति के चलते फीस माफी की मांग की थी. मुख्यमंत्री ने तुरंत भरोसा दिलाया और आदेश के बाद स्कूल प्रशासन ने उनकी फीस माफ कर दी. अब पंखुड़ी गोरखपुर के एक प्रतिष्ठित विद्यालय में अपनी पढ़ाई निर्बाध रूप से जारी रखे हुए हैं.
मायरा की मां ने बताया कि मुख्यमंत्री का सरल और संवेदनशील व्यवहार देखकर उनका परिवार अभिभूत है.
उन्होंने कहा, “सीएम योगी आदित्यनाथ ने हमारी समस्या को न सिर्फ गंभीरता से सुना बल्कि बच्ची के भविष्य को सुरक्षित करने का आश्वासन भी दिया. हम उनके आभारी हैं.”