नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश सरकार की पारदर्शी और निवेश प्रोत्साहन वाली आबकारी नीति ने वर्ष 2025 में राज्य की अर्थव्यवस्था को उल्लेखनीय मजबूती दी है. राज्य में नवंबर 2025 तक 141.8 करोड़ लीटर एथेनॉल का उत्पादन हुआ, जो अब तक का सबसे बेहतर प्रदर्शन है. एथेनॉल की 105.25 करोड़ लीटर प्रदेश में और 40.96 करोड़ लीटर प्रदेश के बाहर बिक्री ने यूपी को देश के प्रमुख एथेनॉल सप्लायर के रूप में स्थापित किया है.
औद्योगिक विस्तार में तेजी भी दर्ज हुई है. आबकारी आयुक्त डॉ. आदर्श सिंह के अनुसार इंवेस्ट यूपी के तहत 125 एमओयू साइन हुए हैं, जिनमें 3,07,35 करोड़ रुपये का निवेश प्रक्रियाधीन है. 43 रेडी-टू-लॉन्च प्रोजेक्ट और 19 सक्रिय प्रोजेक्ट मिलकर हजारों करोड़ का निवेश आकर्षित कर रहे हैं.
इन परियोजनाओं से 9,900 से अधिक रोजगार अवसर बनने की संभावना है. यह विकास संकेत देता है कि योगी आदित्यनाथ सरकार की आबकारी नीति उद्योग, राजस्व और रोजगार—तीनों क्षेत्रों में प्रभावी साबित हो रही है.
यह भी पढ़ें: मूर्ति पूजा को विज्ञान विरोधी मानने वाले बंकिम ने कैसा लिखा यह गीत—वंदे मातरम के कई रूप
