नई दिल्लीः केंद्रीय रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार को राज्यसभा में कहा कि सहायकों यानी कि लाइसेंस वाले कुली और उनके परिवार को रेलवे कर्मचारियों जैसी ही मेडिकल सुविधा और रेलवे स्कूलों में उनके बच्चों को फ्री शिक्षा की सुविधा दी जा रही है.
उन्होंने कहा कि रेल कर्मचारी न होने के बावजूद भी लाइसेंस प्राप्त कुलियों को कई तरह की सुविधाएं रेलवे की तरफ से दी जा रही हैं. वैष्णव ने बताया कि जहां पर ये सहायक काम कर रहे हैं, रेलवे मेडिकल रूल्स के मुताबिक, उसी रेलवे हॉस्पिटल्स और रेलवे हेल्थ यूनिट्स में ये इलाज करा सकते हैं. इन्हें किसी दूसरे रेलवे हॉस्पिटल में रिफर भी किया जा सकता है लेकिन प्राइवेट बैंक में वे इलाज नहीं करा सकते.
उन्होंने कहा कि जिस स्टेशन पर भी सहायकों की संख्या 50 या उससे ज्यादा है वहां पर उन्हें रेस्ट रूम की भी सुविधा दी जा रही है. इसके अलावा साल में तीन लाल रंग की शर्ट और एक ऊनी शर्ट दी जाती है.
इसके अलावा रेलवे स्वदेशी तकनीक कवच दिल्ली-मुंबई और दिल्ली-हावड़ा वाले 3009 किलोमीटर के रूट पर लगाने वाला है.
राज्यसभा में एक प्रश्न का उत्तर देते हुए उन्होंने कहा कि 28 फरवरी 2022 तक 1098 किलोमीटर रूट पर साउथ सेंट्रल रेलवे में इसे लगाया जा चुका है और आगे 3009 किलोमीटर पर लगाया जाएगा.
उन्होंने यह भी कहा कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन को फिर से विकसित किया जाएगा ताकि यात्रियों की सुविधाओं का ध्यान रखते हुए आने वाले ट्रैफिक की समस्या से भी निपटा जा सके.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन को प्राइवेट पब्लिक पार्टनरशिप के जरिए विकसित किया जाएगा.
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