नई दिल्ली: मध्यप्रदेश में नक्सलवाद के खिलाफ अभियान को बड़ी सफलता मिली है. बालाघाट में रविवार को 10 नक्सलियों ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के सामने आत्मसमर्पण किया, जिनमें चार महिला नक्सली भी थीं. मुख्यमंत्री ने उन्हें संविधान की प्रति देकर मुख्यधारा से जोड़ा और पुनर्वास नीति अपनाने की अपील की. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप राज्य को नक्सल मुक्त बनाने की प्रतिबद्धता जारी है.
सरकार ने एंटी नक्सल अभियान को मजबूत करने के लिए 15 नए कैंप और 882 विशेष सहयोगी दस्ता पद स्वीकृत किए हैं. सतत निगरानी और सघन कार्रवाइयों से नक्सली गतिविधियों में तेजी से कमी आई है. पिछले वर्ष नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में 46 एकल सुविधा केंद्र शुरू किए गए, जहां रोजगार और आवश्यक सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं.
डीजीपी कैलाश मकवाना ने बताया कि बढ़ते समर्पण से अभियान के सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं और मध्यप्रदेश पुलिस तय समय सीमा में नक्सल मुक्ति के लिए प्रतिबद्ध है.
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