नई दिल्ली: छत्तीसगढ़ जीएसटी विभाग ने जीएसटी एनालिटिक्स और इंटेलिजेंस नेटवर्क की मदद से बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा किया है.
मास्टरमाइंड फरहान सोरठिया, जो कर सलाहकार के रूप में काम करता था, ने 172 फर्जी फर्मों का जाल बिछाया था. जांच में सामने आया कि इन फर्मों से बोगस पंजीयन, नकली सप्लाई बिल और ई-वे बिल जारी किए जाते थे. केवल 26 फर्मों से ही 822 करोड़ रुपये के ई-वे बिल जनरेट हुए, जबकि रिटर्न में 106 करोड़ रुपये का टर्नओवर दिखाया गया.
इससे राज्य को 100 करोड़ रुपये से अधिक का कर नुकसान हुआ. फरहान के चाचा अब्दुल लतीफ सोरठिया के घर से 1.64 करोड़ रुपये नकद और 400 ग्राम सोना भी जब्त हुआ. विभाग ने आयकर विभाग को सूचना दी है. इस मामले में कई ब्रोकर, स्क्रैप डीलर और कंपनियां भी जांच के घेरे में हैं. राज्य कर विभाग गहन जांच कर रहा है और आगे कानूनी कार्रवाई जारी है.
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