नई दिल्ली: राजस्थान में स्त्रीरोग विशेषज्ञ डॉ अर्चना ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी है. उन पर आईपीसी धारा 302 के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी जिसमें उन पर उसी गर्भवती महिला के मर्डर का इल्जाम है जिसा इलाज वह कर रही थीं.
अपने सुसाइड नोट में डॉ अर्चना ने लिखा है कि मरीज की मौत आम प्रक्रिया के तहत हुई.
डॉ अर्चना की मौत के बाद से राजस्थान के इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने 24 घंटे के मेडिकल बंद का ऐलान किया है.
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस मामले पर कहा है कि यह घटना बेहद दुखद है और मामले की जांच का आश्वासन दिया है. सीएम ने कहा, ‘डॉ अर्चना शर्मा की आत्महत्या की घटना बेहद दुखद है. हम डॉक्टरों को भगवान मानते हैं. मरीजों की जान बचाने के लिए हर डॉक्टर हर संभव कोशिश करता है, लेकिन किसी भी तरह की अनहोनी होने पर डॉक्टरों को दोष देना उचित नहीं है.’
गहलोत ने कहा, ‘अगर डॉक्टरों को इस तरह धमकी दी जाती है, तो वे आत्मविश्वास से अपना कर्तव्य कैसे निभाएंगे?’ सीएम ने ट्वीट किया, ‘हमें सोचना चाहिए, जिन डॉक्टरों ने अपनी जान दांव पर लगाकर कोविड-19 महामारी के दौरान देश की सेवा की, उनके साथ इस तरह का व्यवहार कैसे किया जा सकता है. इस पूरे मामले की गहनता से जांच की जा रही है और आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा.’
गहलोत ने आश्वासन दिया कि घटना की गहन जांच की जा रही है और जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी.
राष्ट्रीय राजधानी में एम्स के रेजिडेंट डॉक्टरों ने डॉ अर्चना के बर्बर उत्पीड़न के खिलाफ काले रिबन पहनकर काम करने के लिए एक प्रतीकात्मक विरोध की योजना बनाई है.
Condemning the tragic incident of #Suicide by on-duty Doctor in #Rajasthan, we demand immediate withdrawal of #FIR, compensation to the family of (Late) Dr. Archana & strict compliance of #SupremeCourt Guidelines @ashokgehlot51 @RajCMO @mansukhmandviya @plmeenaINC @ANI @ndtv pic.twitter.com/EHPtcP7Po5
— FORDA INDIA (@FordaIndia) March 29, 2022
फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (FORDA) ने भी इस घटना की निंदा की और सख्त कार्रवाई का आग्रह किया है और संस्था ने मृतक डॉक्टर के परिजनों के लिए मुआवजे की मांग की है. फोर्डा ने एक पत्र लिखकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से डॉ अर्चना के खिलाफ दायर की गई एफआईआर को खारिज करने की भी मांग की है.
इसके अलावा फोर्डा ने चिकित्सा बिरादरी से 31 मार्च को शाम 6:30 बजे जंतर मंतर, नई दिल्ली में मोमबत्ती की रोशनी में विरोध प्रदर्शन में शामिल होने का आह्वान किया.
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