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Monday, 1 December, 2025
होमरिपोर्टBIPARD और IRFC ने बिहार के युवाओं के लिए शुरू की कौशल प्रशिक्षण पहल

BIPARD और IRFC ने बिहार के युवाओं के लिए शुरू की कौशल प्रशिक्षण पहल

BIPARD स्किल पार्क ने छह उद्योग-आधारित कोर्सों से अपनी शुरुआत की थी—SAP सर्टिफिकेशन, CCNA नेटवर्किंग, जेरियाट्रिक केयरगिवर, फैशन डिज़ाइन, कमीस (शेफ), और बेकिंग टेक्नीशियन. 14 अप्रैल 2025 को प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू होने के बाद से स्किल पार्क ने उल्लेखनीय प्रगति की है.

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पटना: बिहार लोक प्रशासन एवं ग्रामीण विकास संस्थान (BIPARD) और भारतीय रेल वित्त निगम (IRFC) ने आज बिहार के युवाओं को रोजगार-उन्मुख कौशल प्रशिक्षण देने के लिए महत्वपूर्ण साझेदारी की शुरुआत की. पुराना सचिवालय में आयोजित कार्यक्रम में दोनों संस्थानों ने समझौता ज्ञापन (MoA) पर हस्ताक्षर किए.

इस सहयोग के तहत IRFC अपने CSR फंड से 10 करोड़ रुपये प्रदान करेगा. इसका उद्देश्य बिहार के वंचित वर्ग के युवाओं को वैश्विक मानकों के अनुरूप और रोजगार-उन्मुख प्रशिक्षण उपलब्ध कराना है.

इस पहल के अंतर्गत युवाओं को SAP ERP, CCNA नेटवर्किंग जैसे अंतरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त कोर्सों के साथ-साथ विदेशी भाषा और संचार कौशल का प्रशिक्षण दिया जाएगा. इससे उन्हें भारत ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी रोजगार के अवसर मिल सकेंगे.

BIPARD स्किल पार्क ने छह उद्योग-आधारित कोर्सों से अपनी शुरुआत की थी—SAP सर्टिफिकेशन, CCNA नेटवर्किंग, जेरियाट्रिक केयरगिवर, फैशन डिज़ाइन, कमीस (शेफ), और बेकिंग टेक्नीशियन. 14 अप्रैल 2025 को प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू होने के बाद से स्किल पार्क ने उल्लेखनीय प्रगति की है.

1 मई 2025 को अकादमिक भवन का उद्घाटन हुआ और राष्ट्रीय स्किल मीट का आयोजन किया गया, जिसमें नीति आयोग के सीईए बी. वी. आर. सुब्रह्मण्यम समेत देशभर के उद्योग विशेषज्ञों ने भाग लिया. अब तक 585 उम्मीदवार नामांकित हुए हैं, जिनमें से 515 ने प्रशिक्षण पूरा कर लिया और 98 युवाओं को रोजगार मिल चुका है.

BIPARD स्किल पार्क अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है—टेक्नोलॉजी-सक्षम क्लासरूम, लाइसेंस प्राप्त SAP सर्वर, विशेष प्रयोगशालाएँ और विदेशी भाषा प्रशिक्षण. प्रशिक्षुओं को आवास, भोजन, यूनिफॉर्म और प्रशिक्षण किट मुफ्त उपलब्ध कराई जाती है. साथ ही प्रत्येक प्रशिक्षु के लिए वैश्विक सर्टिफिकेशन, AI एवं डेटा एनालिटिक्स मॉड्यूल और कम से कम तीन रोजगार अवसर सुनिश्चित किए जाते हैं.

IRFC के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि यह साझेदारी बिहार में भविष्य के लिए कुशल कार्यबल तैयार करने की दिशा में बड़ा कदम है और 2047 तक राज्य में वैश्विक प्रतिस्पर्धी टैलेंट पूल बनाने में मदद करेगी.

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