नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव द्वारा जिन्ना को महात्मा गांधी, सरदार पटेल नेहरू के बराबर रखे जाने पर यूपी के सीएम योगी ने इसे शर्मनाक बताया है और उनसे माफी मांगने की बात की है.
कल उनकी विभाजनकारी मानसिकता एक बार फिर सामने आ गई जब उन्होंने सरदार पटेल को जिन्ना के समकक्ष रखकर देश तोड़क जिन्ना को महिमामंडित करने का प्रयास किया। ये तालिबानी मानसिकता है जो हमेशा तोड़ने में विश्वास रखती है। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष को इसके लिए माफी मांगनी चाहिए: UP CM https://t.co/0UtnBzLk7x
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 1, 2021
योगी ने कहा, ‘कल मैं समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष का वक्तव्य सुन रहा था वह देश तोड़क जिन्ना की तुलना राष्ट्र को जोड़ने वाले सरदार वल्लभ भाई पटेल से कर रहे थे. यह वक्तव्य शर्मनाक है.’
उन्होंने कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल भारत की एकता, अखंडता के आधार हैं, उसके शिल्पी हैं. आजाद भारत को अखंड और एक रखने का जो श्रेय है वो सरदार वल्लभ भाई पटेल को जाता है. जिन्हें पूरा देश लौह पुरुष के रूप में मानता है.
योगी ने कहा, ‘अखिलेश की विभाजनकारी मानसिकता कल एक बार फिर सामने आ गई. जब उन्होंने सरदार पटेल को जिन्ना के समकक्ष रखकर के देश तोड़क जिन्ना को महिमामंडित करने का प्रयास किया है. भारत की जनता इस विभाजनकारी मानसिकता को कभी स्वीकार नहीं करेगी और उत्तर प्रदेश की जनता तो हरगिज़ स्वीकार नहीं करेगी.’
यूपी के सीएम ने कहा, ‘ये तालिबानी मानसिकता है जो हमेशा तोड़ने में विश्वास रखती है. पहले सामाजिक ताने-बाने को जाति के नाम पर, अन्य वादो के नाम पर तोड़ने की प्रकृति और जब अपने मनसूबों पर सफल नहीं हुए हैं तो महापुरुषों पर लांछन लगा करके पूरे के पूरे समाज को अपमानित करने का प्रयास हो रहा है. इस दुष्प्रकृति को कतई स्वीकार नहीं किया जा सकता है. पूरे समाज को, पूरे प्रदेश को इसकी निंदा करनी चाहिए.’
योगी ने कहा समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को अपने इस कृत्य के लिए प्रदेश की जनता से माफी मांगनी चाहिए, देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए कि भारत के अखंडता के शिल्पी सरदार वल्लभ भाई पटेल का अपमान यह देश कभी स्वीकार नहीं कर सकता. उनका यह वक्तव्य इसलिए आया है क्योंकि विभाजन की उनकी यह प्रवृत्ति हमेशा रही है.
अखिलेश यादव के मुंगेरी लाल के सपने खत्म होते जा रहे हैं तो इसलिए वे तुष्टीकरण के लिए जिन्ना को सरदार वल्लभभाई पटेल से जोड़ते हैं। ये सरदार वल्लभभाई पटेल का अपमान है: समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव के बयान पर उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह pic.twitter.com/uH2rMCuHFb
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वहीं यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा, ‘अखिलेश यादव के मुंगेरी लाल के सपने खत्म होते जा रहे हैं तो इसलिए वे तुष्टीकरण के लिए जिन्ना को सरदार वल्लभभाई पटेल से जोड़ते हैं. ये सरदार वल्लभभाई पटेल का अपमान है.’
गौरतलब है कि अखिलेश ने यूपी के हरदोई जिले की एक जनसभा में कहा था की सरदार पटेल को जमीन की समझ थी. वह उसे समझ कर फैसला लेते हैं. इसलिए उन्हें आयरन मैन कहा जाता था. सपा प्रमुख ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और जिन्ना एक ही संस्था में पढ़े थे और बैरिस्टर बने थे. एक ही जगह पढ़े थे. वह बैरिस्टर बने और देश को आजादी दिलाई. वे किसी संघर्ष में पीछे नहीं हटे.