नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी में चुनाव के लिए बमुश्किल एक हफ्ता बाकी है, ऐसे में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद अनुराग ठाकुर ने आरोप लगाया है कि सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस के बीच ‘अंतर्निहित समझौता’ है और वह दिल्ली के मतदाताओं को ‘मूर्ख’ बनाने की कोशिश कर रहे हैं.
हिमाचल प्रदेश की हमीरपुर सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले ठाकुर ने दिप्रिंट से बात करते हुए कहा कि लोगों ने इस बार भाजपा की सरकार चुनने का मन बना लिया है. “मैंने कुछ दिन पहले सवाल उठाया था कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी भ्रष्ट केजरीवाल और AAP के खिलाफ आवाज़ उठाने से क्यों हिचकिचा रहे हैं. राहुल गांधी इन चुनावों में दोहरी नीति अपना रहे हैं और AAP और कांग्रेस के बीच अंतर्निहित समझौता है और वह दिल्लीवासियों को मूर्ख बना रहे हैं.”
केजरीवाल और गांधी दोनों पर तीखा हमला करते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री ने बालाकोट हवाई हमले पर ‘संदेह’ करने के लिए उनकी आलोचना की. “मैंने पहले भी यह ज़रूरी सवाल उठाया था. भारतीय सेना पर सवाल उठाकर वह पाकिस्तान और चीन के हाथों में खेल रहे हैं. AAP और कांग्रेस पार्टी की मंशा क्या है? वह भारतीय सेना के खिलाफ क्यों हैं?”
ठाकुर ने यह भी तर्क दिया कि उपराज्यपाल और दिल्ली सरकार के बीच टकराव को खत्म करने का एकमात्र तरीका भाजपा को चुनना है. उन्होंने कहा, “भाजपा की सरकार चुनें और कोई आरोप-प्रत्यारोप नहीं होगा. हमने 15 साल तक शीला दीक्षित सरकार के दौरान भी ऐसा आरोप-प्रत्यारोप नहीं देखा. ऐसा वाजपेयी सरकार या यूपीए सरकार के दौरान भी नहीं हुआ. इसकी शुरुआत आम आदमी पार्टी से ही हुई है.”
“गणतंत्र दिवस से एक दिन पहले वे (केजरीवाल) धरने पर बैठे थे. वे अराजकतावादी हैं, शहरी नक्सली हैं. वे देश को नुकसान पहुंचा रहे हैं. मैं बस इतना कहना चाह रहा हूं कि यह आरोप-प्रत्यारोप केवल AAP की वजह से हो रहा है. उन्हें बाहर निकालिए, भाजपा को लाइए…”
यह पूछे जाने पर कि दिल्ली में केजरीवाल के खिलाफ भाजपा का चेहरा कौन है, ठाकुर ने जवाब दिया: “क्या आपको लगता है कि केजरीवाल उनका चेहरा हैं? इसका मतलब है कि AAP के पास सीएम चेहरे के रूप में दिखाने के लिए एक भी ईमानदार और साफ छवि वाला व्यक्ति नहीं है. जो व्यक्ति ज़मानत पर बाहर है, शराब घोटाले का सरगना है और उसके नेतृत्व में सब कुछ हुआ, दिल्लीवासी कभी भी ऐसे व्यक्ति को नहीं चुनेंगे जो जेल से सरकार चलाए.”
ठाकुर ने कहा, “अगले पांच सालों में वे सीएम कार्यालय नहीं जा सकते, कोई फैसला नहीं ले सकते, किसी फाइल पर हस्ताक्षर नहीं कर सकते, तो फिर दिल्ली के लोग अरविंद केजरीवाल को अपना सीएम क्यों चुनें.”
भाजपा ने मुख्यमंत्री पद के लिए किसी उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है और वह ब्रांड मोदी पर निर्भर है.
भाजपा सांसद ने दिल्ली की सीएम आतिशी के माता-पिता पर ‘संसद हमले के मास्टरमाइंड’ अफज़ल गुरु के अधिकारों के लिए लड़ने का भी आरोप लगाया. “वह अफज़ल गुरु के साथ क्यों खड़े हुए जो एक अपराधी है, जो संसद हमले की साजिश का हिस्सा था. आम आदमी पार्टी की सीएम आतिशी मर्लेना, उनके माता-पिता ने अफज़ल गुरु के अधिकारों और उसकी ज़मानत के लिए लड़ाई लड़ी…”
दिल्ली चुनाव भाजपा के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि वह 1998 से राष्ट्रीय राजधानी में सत्ता से बाहर है. ठाकुर ने माना कि कुछ कमियां रही हैं, लेकिन कहा कि लोग AAP के ‘झूठे वादों’ में फंस गए हैं. “लोगों ने उन्हें (केजरीवाल) को पर्याप्त मौके दिए हैं. पांच साल पहले अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि मैं यमुना को साफ नहीं कर सकता और मुझे पांच साल और दीजिए, लोगों ने उन पर विश्वास किया, लेकिन आज भी वे पवित्र यमुना में डुबकी नहीं लगा सकते. क्यों? क्योंकि यमुना साफ नहीं है. उन्होंने महिलाओं को 1,000 रुपये देने का वादा किया था, लेकिन वे इसे भी पूरा करने में विफल रहे. वे सभी मोर्चों पर विफल रहे हैं. मोहल्ला क्लीनिक एक दिखावा है और साथ ही एक बड़ा घोटाला भी है.”
ठाकुर ने यह भी दोहराया कि AAP नेताओं के दावों के विपरीत, दिल्ली के लोगों के लिए उपलब्ध सभी कल्याणकारी योजनाएं भाजपा के सत्ता में आने के बाद भी जारी रहेंगी.
हालांकि, उन्होंने तर्क दिया कि AAP द्वारा दी जाने वाली ‘फ्रीबीज़’ और भाजपा के ‘कल्याणकारी वादों’ के बीच अंतर है. “अंतर यह है कि अरविंद केजरीवाल और AAP झूठे वादे करने और उन्हें पूरा न करने में विश्वास करते हैं. दूसरी ओर, पीएम मोदी के नेतृत्व में भाजपा सरकार ने घर, शौचालय, पोर्टेबल पानी के कनेक्शन से लेकर कई अन्य काम किए हैं.”
उन्होंने दिप्रिंट से कहा, “अगर आप महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों को देखें तो हमने पिछले कई महीनों में महिलाओं को उनके बैंक खाते में 1,500 रुपये सफलतापूर्वक दिए हैं, जबकि आप इसमें विफल रही है.”
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