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Tuesday, 12 November, 2024
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‘अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने की कोशिश करूंगा’, कौन हैं मध्य प्रदेश के नए CM मोहन यादव

मध्य प्रदेश में भी यूपी की तर्ज पर दो डिप्टी सीएम होंगे जिसमें से एक जगदीश देवड़ा और दूसरे राजेंद्र शुक्ला नियुक्त किये गए. नरेंद्र सिंह तोमर को स्पीकर बनाया गया.

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नई दिल्ली: मोहन यादव को मध्य प्रदेश का अगला मुख्यमंत्री चुना गया हैं, यह फैसला सोमवार को बीजेपी विधायक दल की बैठक के बाद आया है.

मध्य प्रदेश के मनोनीत मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा, “मैं पार्टी का एक छोटा सा कार्यकर्ता हूं. मैं आप सभी, राज्य नेतृत्व और केंद्रीय नेतृत्व को धन्यवाद देता हूं. आपके प्यार और समर्थन से, मैं अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने की कोशिश करूंगा.”

सीएम यादव ने आगे कहा कि शिवराज सिंह चौहान द्वारा किए गए काम को आगे बढ़ाएंगे.

मध्य प्रदेश में भी यूपी की तर्ज पर दो डिप्टी सीएम होंगे जिसमें से एक जगदीश देवड़ा और दूसरे राजेंद्र शुक्ला नियुक्त किये गए. नरेंद्र सिंह तोमर को स्पीकर बनाया गया.

यादव के नाम की घोषणा के साथ ही एमपी का सीएम कौन पर पिछले 4 दिनों से चला आ रहा सस्पेंस खत्म हो गया है. पिछड़े वर्ग से आने वाले यादव शिवराज सरकार में मंत्री रह चुके हैं. मोहन यादव मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले में उज्जैन दक्षिण निर्वाचन क्षेत्र के विधायक के रूप में कार्यरत थे.

हाल में हुए 2023 के मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में, मोहन यादव ने कांग्रेस उम्मीदवार चेतन प्रेमनारायण यादव को 12,941 वोटों के अंतर से हराया था. इस जीत ने विधायक के रूप में उनका लगातार तीसरा कार्यकाल चिह्नित किया, जिसमें उन्हें 95,699 वोट मिले.

उज्जैन दक्षिण निर्वाचन क्षेत्र, जो मालवा उत्तर क्षेत्र का हिस्सा है और उज्जैन लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है, 2003 से भाजपा के लिए एक गढ़ रहा है.

भाजपा ने 17 नवंबर को हुए चुनाव में 230 सदस्यीय विधानसभा में 163 सीट जीतकर मध्य प्रदेश में सत्ता बरकरार रखी, जबकि कांग्रेस 66 सीट के साथ दूसरे स्थान पर रही. बता दें कि मध्य प्रदेश में भाजपा पिछले 20 वर्षों में पांचवीं बार सरकार बनाने जा रही है. इससे पहले वह 2003, 2008, 2013 और 2020 में राज्य में सत्ता में आई थी.

केंद्रीय पर्यवेक्षक हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, पार्टी के अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) मोर्चा के प्रमुख के. लक्ष्मण और सचिव आशा लाकड़ा भी बैठक में पर्यवेक्षक दल की बैठक में शामिल थे.

राजनीतिक करियर

मोहन यादव को 2011-2013 में कैबिनेट मंत्री का दर्जा मिला जब वे मध्यप्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम और भोपाल के अध्यक्ष बनाए गए.

इसके बाद यादव ने पलट कर नहीं देखा और वह सन 2018 में दूसरी बार विधानसभा सदस्य निर्वाचित हुए और 2020 में उच्च शिक्षा विभाग में मंत्री पद की शपथ ली.

बता दें कि यादव 2013 में पहली बार उज्जैन दक्षिण सीट से विधायक बने और 2018 के मध्य प्रदेश विधान सभा चुनाव में वह एक बार फिर निर्वाचित हुए और उज्जैन दक्षिण सीट से विधायक बने थे.

शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली मध्य प्रदेश सरकार के दौरान 2 जुलाई 2020 को उन्होंने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली थी.

शिक्षा

25 मार्च 1965 को उज्जैन में जन्मे मोहन यादव ने विक्रम यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है.

मोहन यादव ने 1982 में माध्व विज्ञान महाविद्यालय छात्रसंघ के सह सचिव एवं 1984 में अध्यक्ष रहे हैं. वहीं 1984 से ही एबीवीपी उज्जैन के नगर मंत्री एवं 1986 में विभाग प्रमुख का पदभार भी संभाल चुके हैं.

मोहन यादव 1988 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद मध्यप्रदेश के प्रदेश सहमंत्री और राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य भी रह चुके हैं.

मोहन यादव ने बीएससी, एलएलबी, एमए, एमबीए और पीएचडी तक की डिग्री भी हासिल की है. इनका पर्यटन, संस्कृति, इतिहास, विज्ञान और खेलकूद में रूचि है. वे खुद एक व्यवसाई तो हैं साथ ही एक किसान भी हैं.

एमपी सीएम पद की रेस में कई दिग्गज नाम शामिल थे. जिसमें प्रह्लाद पटेल, नरेंद्र सिंह तोमर, वीडी शर्मा, ज्योतिरादित्य सिंधिया, कैलाश विजयवर्गीय जैसे कई नाम शामिल थे.


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