नई दिल्ली : बसपा सुप्रीमो मायावती ने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव पर निशाना साधा है. पूर्व सीएम मायावती ने शुक्रवार को कहा कि ‘मैं आगे सीएम व पीएम बनूं या ना बनूं, लेकिन मैं अपने कमजोर व उपेक्षित वर्गों के हितों में देश का राष्ट्रपति कतई भी नहीं बन सकती हूं.’
3. साथ ही, मैं आगे सीएम व पीएम बनूं या ना बनूं, लेकिन मैं अपने कमजोर व उपेक्षित वर्गों के हितों में देश का राष्ट्रपति कतई भी नहीं बन सकती हूँ। अतः अब यूपी में सपा का सीएम बनने का सपना कभी भी पूरा नहीं हो सकता है। 3/3
— Mayawati (@Mayawati) April 29, 2022
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने राष्ट्रपति उम्मीदवार बनने को लेकर मायावती पर प्रतिक्रिया दी थी, जिसपर पलटवार करते हुए बसपा सुप्रीमो ने समाजवादी पार्टी पर हमला किया. पूर्व सीएम मायावती ने शुक्रवार को कहा कि अब यूपी में सपा का सीएम बनने का सपना कभी भी पूरा नहीं हो सकता है.
2. इसके साथ ही, जो पिछले हुये लोकसभा आमचुनाव में, बी.एस.पी. से गठबन्धन करके भी, यहाँ खुद 5 सीटें ही जीत सके हैं, तो फिर वो बी.एस.पी. की मुखिया को कैसे पीएम बना पायेंगे? अतः इनको ऐसे बचकाने बयान देना बन्द करना चाहिये। 2/3
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उन्होंने ट्वीट करते हुए यह भी लिखा कि इसके साथ ही, जो पिछले हुये लोकसभा आमचुनाव में, बी.एस.पी. से गठबन्धन करके भी, यहां खुद 5 सीटें ही जीत सके हैं, तो फिर वो बी.एस.पी. की मुखिया को कैसे पीएम बना पायेंगे? अतः इनको ऐसे बचकाने बयान देना बन्द करना चाहिये.
1. सपा मुखिया यूपी में मुस्लिम व यादव समाज का पूरा वोट लेकर तथा कई-कई पार्टियों से गठबन्धन करके भी जब अपना सीएम बनने का सपना पूरा नहीं कर सके हैं, तो फिर वो दूसरों का पीएम बनने का सपना कैसे पूरा कर सकते हैं? 1/3
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बसपा सुप्रीमो ने आरोप लगाया कि सपा मुखिया यूपी में मुस्लिम व यादव समाज का पूरा वोट लेकर तथा कई-कई पार्टियों से गठबन्धन करके भी जब अपना सीएम बनने का सपना पूरा नहीं कर सके हैं, तो फिर वो दूसरों का पीएम बनने का सपना कैसे पूरा कर सकते हैं?
मायावती के पीएम बनने के पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए अखिलेश ने कहा था कि पिछली बार (2019 के लोकसभा चुनावों में) गठबंधन (बसपा के साथ) इसी के लिए बनाया था.’ उन्होंने कहा, ‘अगर ‘बहुजन समाज’ के लोगों के साथ गठबंधन जारी रहता है, तो बसपा और डॉ भीम राव आंबेडकर के सिद्धांतों का पालन करने वाले देखते कि देश का प्रधानमंत्री कौन बनता.’
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में 2022 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी गठबंधन ने 273 सीट जीतकर एक बार फिर से सत्ता हासिल कर ली, वहीं सपा गठबंधन को 125 सीटें प्राप्त हुई हैं. बहुजन समाज पार्टी को एक सीट मिली है.
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