नई दिल्ली. पश्चिम बंगाल और असम में विधानसभा चुनावों के लिए पहले चरण के मतदान की प्रक्रिया खत्म हो चुकी है. शाम के 6 बजे तक असम में 72.14 प्रतिशत जबकि बंगाल में 79.79 प्रतिशत को वोटिंग हुई. बंगाल में कुल 30 सीटों के लिए जबकि असम में 47 सीटों के लिए आज चुनाव करवाया गया. बंगाल में जिन 30 सीटों के लिए चुनाव हुए हैं उनमें ज्यादातर सीटें नक्सल प्रभावित क्षेत्र से हैं.
दोपहर 1 बजे तक बंगाल में कुल 36 फीसदी जबकि असम में 26 फीसदी मतदान हुआ था लेकिन शाम आते वोटिंग प्रतिशत का आंकड़ा दोनों राज्यों में 70 फीसदी के पार निकल गया. बंगाल में वोटिंग के दौरान कुछ छिटपुट झड़पों या हिंसा की खबरे भी आईं.
पश्चिम बंगाल की पांच जिलों पुरुलिया, बांकुड़ा, झाड़ग्राम, पूर्व व पश्चिम मेदिनीपुर की 30 विधानसभा सीटों के लिए वोटिंग हुई जिसमें से सात विधानसभी सीटों को संवेदनशील घोषित किया गया था. नंदीग्राम में भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच झड़पों में तीन वयक्ति घायल हो गए. पूरब मेदिनीपुर जिले की इस सीट पर एक अप्रैल को मतदान होना है, जहां ममता का मुकाबला कभी उनके सहयोगी रहे एवं भाजपा उम्मीदवार सुभेंदु अधिकारी से है.
इस बीच तृणमूल कांग्रेस ने काठी दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में ईवीएम के ठीक ढंग से काम न करने का भी आरोप लगाया. उनका आरोप था कि जब लोग टीएमसी के लिए वोट कर रहे थे तो वे वीवीपीएटी में दूसरी पार्टी का सिंबल दिखा रहा था.
वहीं वोटिंग के लिए आ रहे बंगाल व असम में बूथों पर कोविड-19 की रोकथाम से संबंधित नियमों का काफी कड़ाई से पालन किया गया. असम में जब माताएं वोट डालने के लिए अंदर थीं तो उस वक्त उनके बच्चों की देखभाल का भी इंतज़ाम किया गया था. इसके अलावा दिव्यांग माताओं को उनके घर से लाने व घर पहुंचाने का भी इंतज़ाम किया गया था.
(भाषा इनपुट के साथ)
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