नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को मध्य प्रदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष किया और कहा, “प्रधानमंत्री लाखों रुपये के सूट पहनते हैं लेकिन मैं केवल यह सफेद टी-शर्ट पहनता हूं.”
सतना में एक रैली को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा, ”मैंने पीएम मोदी का भाषण सुना, वह हर भाषण में हर जगह कहते थे कि मैं ओबीसी समुदाय से हूं, वह बार-बार यह कहकर प्रधानमंत्री बन गए. वह एक दिन में कम से कम लाखों रुपए के 1-2 सूट पहनते हैं. क्या आपने मोदी जी को अपने कपड़े दोहराते देखा है?”
राहुल ने आगे कहा कि क्या आप जानते हैं कि जैसे ही मैंने जाति आधारित जनगणना के बारे में बोलना शुरू किया, उनके भाषणों से जाति क्यों गायब हो गई. मोदी कहने लगे कि भारत में कोई जाति नहीं है.
उन्होंने यह भी ऐलान किया कि एमपी में बनने वाली कांग्रेस सरकार का पहला कदम जाति आधारित जनगणना कराना होगा.
राहुल गांधी ने कहा, “मप्र में कांग्रेस की सरकार बनते ही हमारा पहला कदम प्रदेश भर में जाति आधारित जनगणना कराना होगा और जैसे ही हमारी पार्टी सत्ता में आएगी हम देश भर में जाति आधारित जनगणना का सर्वे कराएंगे. जब तक जाति आधारित जनगणना नहीं होगी नहीं किया तो पिछड़ा वर्ग योगदान नहीं कर पाएगा.”
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि सरकार गरीबों से जीएसटी लेती है और सारा पैसा बड़े कारोबारियों को सौंप देती है.
“बड़े उद्योगपति रोजगार नहीं देते हैं. छोटे व्यापारी जो छोटे और मध्यम व्यवसाय चलाते हैं, जो छोटे और मध्यम स्तर के विनिर्माण में हैं, जो दुकानें चलाते हैं, ये लोग रोजगार प्रदान करते हैं. लाखों छोटी इकाइयां हुआ करती थीं, जो हमारे युवाओं को रोजगार देती थीं. जब बीजेपी और पीएम मोदी सरकार सत्ता में आई, तो उन्होंने इन इकाइयों पर हमला शुरू कर दिया. उन्होंने नोटबंदी और जीएसटी के साथ छोटे व्यापारियों और छोटे और मध्यम व्यवसायों पर हमला किया.”
राहुल गांधी ने कहा, “जीएसटी ओबीसी, आदिवासी, पिछड़ा वर्ग और सामान्य वर्ग के गरीब लोगों द्वारा दिया जाता है. सरकार गरीबों से जीएसटी लेती है और बैंक का सारा पैसा अडानी और अंबानी जैसे बड़े व्यापारियों को सौंप देती है.”
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने बीजेपी पर 2018 के विधानसभा चुनाव के बाद बनी कांग्रेस सरकार को उखाड़ फेंकने की साजिश रचने का आरोप लगाया.
उन्हेंने कहा कि “बड़े उद्योगपति, अरबपति, पीएम मोदी और शिवराज सिंह चौहान एक साथ आए और आपसे हमारी सरकार छीन ली क्योंकि वे जानते थे कि मध्य प्रदेश की कांग्रेस सरकार अडाणी के लिए काम नहीं करेगी, यह किसानों, मजदूरों और छोटे दुकान मालिकों के लिए काम करेगी.”
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