scorecardresearch
Monday, 29 April, 2024
होमराजनीतिउमेश पाल की हत्या पर बोलीं मायावती -दोषी साबित होते ही अतीक अहमद की पत्नी को BSP से निकाल देंगे

उमेश पाल की हत्या पर बोलीं मायावती -दोषी साबित होते ही अतीक अहमद की पत्नी को BSP से निकाल देंगे

मायावती ने कहा कि बसपा कभी भी किसी निर्दोष परिवार के सदस्य या समुदाय को किसी और के अपराध के लिए सजा नहीं देती है. लेकिन यह भी एक सच्चाई है कि पार्टी किसी भी अपराध को बढ़ावा नहीं देती है.

Text Size:

नई दिल्ली: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने कहा है कि प्रयागराज में राजू पाल हत्याकांड के गवाह और उसके एक सुरक्षाकर्मी की हत्या के मामले में सूत्रधार बताए जा रहे पूर्व सांसद अतीक अहमद की पत्नी को जांच में दोषी साबित होते ही बसपा से निष्कासित कर दिया जाएगा.

अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन इस वक्त बसपा में है. राजू पाल हत्याकांड के अहम गवाह उमेश पाल और उसके सुरक्षाकर्मी की हत्या के मामले में परवीन के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. मामले में अतीक अहमद उसके दो बेटे भी अभियुक्त हैं.

मायावती ने सोमवार को सिलसिलेवार ट्वीट कर कहा, ‘‘प्रयागराज में राजू पाल की वर्षों पहले हुई हत्या के मामले में अहम गवाह अधिवक्ता उमेश पाल और उनके सुरक्षाकर्मी की हत्या के आरोप में अतीक अहमद के बेटे एवं उनकी पत्नी के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज किए जाने की भी सूचना प्रकाशित हुई है. बसपा ने इसका गम्भीरता से संज्ञान लेते हुये यह निर्णय लिया है कि इस मामले में जारी जांच में इनके दोषी साबित होने पर अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन को पार्टी से जरूर निष्कासित कर दिया जायेगा.’’

वर्ष 2005 में बसपा के तत्कालीन विधायक राजू पाल की हत्या के मामले में अहम गवाह रहे उमेश पाल और उसके सुरक्षाकर्मी की पिछली 24 फरवरी को प्रयागराज में दिनदहाड़े बम और गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. माफिया राजनेता अतीक अहमद राजू पाल हत्याकांड का मुख्य अभियुक्त है और वह इस वक्त गुजरात की एक जेल में बंद है.

पाल की पत्नी जया की शिकायत पर प्रयागराज के धूमनगंज थाने में अतीक अहमद, उसके भाई अशरफ, पत्नी शाइस्ता उसके दो बेटों तथा साथियों गुड्डू और गुलाम तथा नौ अन्य के खिलाफ हत्या समेत कई गंभीर आरोपों में मामला दर्ज किया गया है.

अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक

दिप्रिंट आपके लिए ले कर आता है कहानियां जो आपको पढ़नी चाहिए, वो भी वहां से जहां वे हो रही हैं

हम इसे तभी जारी रख सकते हैं अगर आप हमारी रिपोर्टिंग, लेखन और तस्वीरों के लिए हमारा सहयोग करें.

अभी सब्सक्राइब करें

बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की सुप्रीमो मायावती ने सोमवार को राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या के बाद कहा कि ‘बीएसपी ने इसका गम्भीरता से संज्ञान लेते हुये यह निर्णय लिया है कि इस मामले की चल रही जांच में, इनके दोषी साबित होते ही फिर श्रीमति शाइस्ता परवीन, पत्नी अतीक अहमद, को पार्टी से जरूर निष्कासित कर दिया जायेगा.’

बीएसपी सुप्रीमों ने कहा यह घटना यूपी सरकार के कानून-व्यवस्था के दावों की पोल खोलती है. सरकार मामले को गंभीरता से लेते हुए इसकी उच्च-स्तरीय जांच कराकर दोषियों को सख्त सजा दिलाए.

मायावती ने प्रयागराज में हुई इस हत्या को लेकर एक के बाद एक कई ट्वीट्स किए. उन्होंने कहा, ‘प्रयागराज में राजू पाल हत्याकाण्ड के मुख्य गवाह अधिवक्ता उमेश पाल और उनके गनर की दिनदहाड़े हत्या अति-दुखद व अति-निन्दनीय. यह घटना यूपी सरकार के कानून-व्यवस्था के दावों की पोल खोलती है. सरकार मामले को गंभीरता से लेते हुए इसकी उच्च-स्तरीय जांच कराकर दोषियों को सख्त सजा दिलाए.’

2005 के बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या और मुख्य आरोपी अतीक अहमद के राजनीतिक संबंधों को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और विधानसभा में विपक्ष के नेता अखिलेश यादव के बीच तीखी बहस के कुछ दिनों बाद, बसपा अध्यक्ष मायावती ने सोमवार को कहा कि पूर्व सांसद समाजवादी पार्टी (सपा) की उपज हैं.

मायावती ने ट्वीट किया, ‘यह बात भी सर्वविदित है कि अतीक अहमद समाजवादी पार्टी का ही प्रोडक्ट है, जिस पार्टी से वह एमपी व एमएलए आदि भी रहा है तथा अब राजू पाल की पत्नी भी बीएसपी से सपा में चली गयी है, जिस पार्टी को वह मुख्य दोषी ठहराती थी. अतः इसकी आड़ में कोई भी राजनीति करना ठीक नहीं.’

मायावती ने एक और ट्वीट कर कहा कि बसपा कभी भी किसी निर्दोष परिवार के सदस्य या समुदाय को किसी और के अपराध के लिए सजा नहीं देती है. लेकिन यह भी एक सच्चाई है कि पार्टी किसी भी अपराध को बढ़ावा नहीं देती है.


यह भी पढ़ें: पीड़ित या अपराधी? महिला के अपने दुराचारी को मार डालने के मामले में कैसे उलझ जाते हैं कानूनी दांवपेच


share & View comments