scorecardresearch
Wednesday, 20 November, 2024
होमराजनीति'कांग्रेस हमेशा राम का विरोध करती रही है', CM योगी बोले- वो चाहते तो 1947 में ही राम मंदिर बनवा देते

‘कांग्रेस हमेशा राम का विरोध करती रही है’, CM योगी बोले- वो चाहते तो 1947 में ही राम मंदिर बनवा देते

मध्य प्रदेश उन पांच राज्यों में से एक है जहां 17 नवंबर को एक चरण में मतदान होना है और वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी.

Text Size:

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को कांग्रेस पर पिछले दिनों अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का विरोध करने का आरोप लगाया और कहा कि अगर कांग्रेस को मंदिर बनाना होता तो वह 1947 में ही बना सकती थी.

मध्य प्रदेश के खातेगांव में एक चुनावी रैली में सीएम आदित्यनाथ ने कहा, “कांग्रेस 1947 में ही अयोध्या में राम मंदिर बनवा सकती थी. सरदार वल्लभभाई पटेल ऐसा चाहते थे, लेकिन कांग्रेस नेतृत्व ने इसे खारिज कर दिया.”

उन्होंने आगे कहा कि, “कांग्रेस अयोध्या के राम मंदिर का विरोध करती रही और जब आंदोलन शुरू हुआ तो उन्होंने कहना शुरू कर दिया कि राम का अस्तित्व ही नहीं था. एक पार्टी जो सबसे पुरानी होने का दावा करती है, अगर वह नायकों और प्रेरणा के प्रतीक को खारिज करती है, तो उन्हें रहने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए.”

योगी आदित्यनाथ की टिप्पणी कांग्रेस के मध्य प्रदेश प्रमुख कमल नाथ की उस टिप्पणी उस बयान पर आई जिसमें उन्होंने कहा था कि, “भाजपा अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का पूरा श्रेय नहीं ले सकती.”

कमल नाथ ने एक अंग्रेजी दैनिक के साथ एक इंटरव्यू में यह भी कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री और कांग्रेस नेता राजीव गांधी ने 1986 में विवादित बाबरी मस्जिद स्थल पर अस्थायी राम मंदिर के “ताले खुलवाए” ताकि परिसर में हिंदुओं को पूजा करने की अनुमति मिल सके.

कमल नाथ ने हाल ही में मीडिया से बात करते हुए कहा था कि, “मुझे जो कहना था वह कह चुका हूं. राम मंदिर देश के हर व्यक्ति का है.”

संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “कांग्रेस ने देश को आतंकवाद, उग्रवाद, नक्सलवाद की समस्या दी भ्रष्टाचार के कारण देश की छवि को धूमिल किया. जब आने वाली पीढ़ी कांग्रेस का इतिहास पढ़ेगी तो तब कांग्रेस को वोट देने की बात तो दूर वे कांग्रेस को छूने के लिए भी नहीं तैयार होगी. कांग्रेस ने हमारे इतिहास को पग-पग पर कलंकित करने का काम किया है. कांग्रेस के समय इतिहास में हमें पढ़ाया जाता था कि अकबर महान हैं, यानि ये महाराणा प्रताप को महान नहीं मानते थे. ”

आदित्यनाथ ने कहा, “मध्य प्रदेश बीमारू राज्य के श्रेणी से ऊपर उभरा. आज मैं कह सकता हूं कि उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश बीमारू राज्य नहीं है बल्कि राजस्थान और बिहार बीमारू राज्य बना हुआ है. जहां कांग्रेस होगी वो राज्य बीमारू राज्य होगी.”

उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी और समस्याएं एक दूसरे के पर्यायवाची शब्द बन गये हैं.

मध्य प्रदेश उन पांच राज्यों में से एक है जहां 17 नवंबर को एक चरण में मतदान होना है और वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी.


यह भी पढे़ं : महाराष्ट्र की सत्ताधारी पार्टियों का पंचायत चुनाव जीतने का दावा, विपक्ष बोला- ‘असल तस्वीर 2024 में ही दिखेगी’


 

share & View comments