नई दिल्ली: लोकसभा में गुरुवार को तीन तलाक विधेयक पर चल रही तीखी बहस के बीच आज़म खान के विवादित बयान को लेकर बवाल हो गया. समाजवादी पार्टी के नेता आज़म खान विधेयक पर अपनी पार्टी का पक्ष रख रहे थे. इसी बीच सत्ता पक्ष की तरफ टोका-टोकी शुरु हो गई. इस दौरान स्पीकर की चैयर पर बैठी वरिष्ठ सांसद रमा देवी ने उन्हें लोकसभा स्पीकर के आसन की तरफ देखकर बोलने का आग्रह किया. इसी बीच आज़म खान ने रमा देवी के टोकने पर उन अभद्र टिप्प्णी कर दी.
BJP MP Rama Devi(in the chair) said ' This is not the way to speak, please expunge these remarks. Azam Khan replied ' You are very respected, you are like my sister.' https://t.co/stEjzZJMut
— ANI (@ANI) July 25, 2019
आज़म खान के इस टिप्पणी के बाद लोकसभा में हंगामा शुरु हो गया. खान की टिप्पणी को लेकर कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद, संसदीय कार्य राज्यमंत्री अर्जुन मेघवाल समेत कई भाजपा सांसदों ने सदन के नियमों का हवाला देते हुए आज़म खान पर कार्रवाई कर माफी मांगने की बात उठाई. कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि आज़म खान का लंबा राजनीतिक अनुभव है. वे लोकसभा, राज्यसभा और विधानसभा में भी रह चुके है. उन्हें अपने इस कथन पर तुरंत माफी मांगनी चाहिए. इसके बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने आज़म के इस बयान को लोकसभा की कार्यवाही से हटा दिया.
आज़म के बचाव में उतरे अखिलेश
विवाद के दौरान तृणमूल कांग्रेस सौगत राय ने बचाव किया. इसके अलावा सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने उनके बचाव में लोकसभा में कहा कि आज़म खान ने ऐसा कुछ नहीं बोला कि जिससे संसद की गरिमा को ठेस पहुंचे. इस दौरान सपा प्रमुख और भाजपा के सांसदों के बीच जोरदार बहस भी हुई. इसके बाद आज़म खान, अखिलेश यादव समेत समाजवादी पार्टी के सांसद सदन से वॉक आउट कर गए.
After uproar over his remark on BJP MP Rama Devi(in the chair) Samajwadi Party MP Azam Khan walks out of Lok Sabha https://t.co/qZcufMUcaP
— ANI (@ANI) July 25, 2019
संख्या में ज्यादा है तो क्या हुआ सदन सबकी सहमति से चलता है
इस विवाद पर लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि सदन में सभी सांसदों को भाषा की मर्यादा को विशेष ध्यान रखना चाहिए. जो भी गलत शब्द बोले गए है उन्हें सदन की कार्यवाही से हटा दिया गया है. पर ये अच्छी बात नहीं की पहले गलत शब्दों का इस्तेमाल किया जाये जिसे पूरे देश की जनता देख ले और फिर उस पर माफी मांग कर संसद के रिकॉर्ड से हटाया जाये. सदन में सत्ता पक्ष के शोर को न थमता देख स्पीकर ने सत्ता पक्ष के सांसदो से कहा कि आप भले ही संख्या में ज्यादा है, लेकिन यह सदन सबका है. सभी को अपनी बात कहने का हक है. इस सदन की कार्यवाही स्थगित नहीं होगी. यह लोकसभा कार्यवाही नहीं स्थगित होने के लिए याद किया जाएगा.
तीन तलाक पर बहस के दौरान एक महिला के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा के इस्तेमाल से संसद की गरिमा को ठेस पहुंची है. कुछ विश्लेषक हालांकि मानते हैं कि ये सारा विवाद आज़म खान ने सपा की रणनीति के तहत तो उत्पन्न नहीं किया क्योंकि इस विधेयक पर सपा वोटिंग में भाग नहीं लेना चाहती थी और स्वयं को विधेयक के पक्ष या विपक्ष में खड़े होते नहीं दिखना चाहती थी.
आजम खान का विवादों से रहा है नाता
सपा नेता आए दिन अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चा में बने रहते है. उन्होंने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी पर भी आपत्तिजनक बयान दिया था. खान ने उनका नाम पीएम मोदी के साथ गलत तरीके से जोड़ा तो कभी उन्हें नाचने वाली सुंदरी तक कह डाला.
वहीं बढ़ते रेप के मामलों की वजह मोबाइल फोन को बताया था. बीवियों को मनोरंजन का साधन तक का बयान तक दे दिया था. वह पहले भी बोल चुके है कि औरतों को कड़ी निगरानी में घर में रखना चाहिए.
इसके अलावा लोकससभा 2019 के चुनाव प्रचार के दौरान आजम खान ने जया प्रदा के आंतरिक कपड़ों पर कमेंट किया था.