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Sunday, 22 December, 2024
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प्रयागराज के बसवार गांव में लगी प्रिंयका की चौपाल- निषाद समाज के लोगों ने बताई पुलिस की ज्यादती

चौपाल में मौजूद रामलोचन नामक एक बुजुर्ग ने कहा, 'हमारे पास खेत बाड़ी नहीं है. इसी नदी पर हमारी रोजी रोटी निर्भर है. कितनी शर्मनाक बात है कि हमारी बहन बेटियों को पुलिस वालों ने पीटा और हमारी नौका भी तोड़ दी.'

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प्रयागराज: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज शहर से करीब 15 किलोमीटर दूर यमुनापार बसवार गांव में रविवार को लगी चौपाल में स्थानीय लोगों ने पुलिस उत्पीड़न की पीड़ा कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा से साझा की. पिछले चार फरवरी को बालू के अवैध खनन में कथित तौर पर लिप्त लोगों को पुलिस ने कथित तौर पर पीटा था और उनकी नावें भी तोड़ दी थीं.

चौपाल में मौजूद रामलोचन नामक एक बुजुर्ग व्यक्ति ने कहा, ‘हमारे पास खेत बाड़ी कुछ नहीं है और इसी नदी पर हमारी रोजी रोटी निर्भर है. कितनी शर्मनाक बात है कि हमारी बहन बेटियों को पुलिसवालों ने पीटा और हमारी नौका भी तोड़ दी.’

एक अन्य व्यक्ति ने बताया कि उत्तर प्रदेश में जहां जहां पानी है वहां खनन नहीं हो रहा. जिले में पूरे कछार क्षेत्र में कहीं भी खनन नहीं हो रहा. लेकिन जब खनन नहीं हो रहा तो तट पर बालू के ढेर कैसे लगे हैं. बड़े लोग अवैध खनन करते हैं और कार्रवाई छोटे लोगों पर होती है.

उन्होंने बताया कि पुलिस प्रशासन ने नावें तोड़ी और इसका विरोध करने पर महिलाओं को भी पीटा गया, मवेशी चराने वालों को पीटा गया और यहां के मजदूरों को पीटा गया.

एक महिला ने अपना परिचय दिये बगैर प्रियंका से कहा कि उसके पति को पुलिस ने बांधकर पीटा और जब वह इसका विरोध करने गई तो उसकी भी पिटाई की गयी. महिला ने कहा कि सरकार इन नावों को ठीक कराए नहीं तो मछुआरा समुदाय भूखों मर जाएगा.

टूटी नाव का प्रियंका द्वारा निरीक्षण करने के बाद नाविक राम सुखबिन ने कहा, प्रियंका गांधी के आने से हमें उम्मीद जगी है कि हमारी नाव ठीक करा दी जाएगी. उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी से बातचीत कर बहुत अच्छा लगा.

एक अन्य नाविक द्वारिका निषाद ने कहा, ‘प्रियंका गांधी ने हमारी टूटी नौका देखी. इससे हमें इस बात की उम्मीद है कि जल्द ही हमें घाट का पट्टा भी मिलेगा.’

प्रियंका गांधी ने चौपाल से लेकर घटनास्थल तक करीब डेढ़ किलोमीटर की पैदल यात्रा की और उनका चेहरा धूल से सन गया था. उनके साथ सैकड़ों की संख्या में स्थानीय लोग घटनास्थल तक गए और जिंदाबाद के नारे लगाए. प्रियंका गांधी ने स्थानीय लड़कियों से भी बातचीत की.

उत्तर प्रदेश की सरकार खनन माफिया के लिए चलाई जा रही : प्रियंका

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले के यमुनापार बसवार गांव में कथित पुलिस उत्पीड़न के शिकार लोगों के बीच रविवार को आईं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने प्रदेश की योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश की सरकार खनन माफिया एवं दूसरे अन्य माफियाओं के लिए चलाई जा रही है.

गत चार फरवरी को बसवार में बालू के अवैध खनन को लेकर इसमें कथित रूप से लिप्त निषाद समाज के लोगों के साथ पुलिस की मारपीट और उनकी नौका तोड़े जानी की घटना के बाद प्रियंका गांधी का यह दौरा हुआ है जो राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है.

बसवार गांव में यमुना तट पर लगी चौपाल में प्रियंका ने लोगों से कहा, ‘यहां के लोगों ने मुझे बताया कि किस तरह से पहले पट्टे मिलते थे, आपका उन पर अधिकार होता था और आपको कुछ चीजों की छूट थी. यह छूट इसलिए थी क्योंकि उस समय की सरकार यह समझती थी कि नदियों, जंगल, पहाड़ के आसपास के रहने वाले लोग नदियों और जंगल को कभी हानि नहीं पहुंचाएंगे क्योंकि आपका जीवन उस पर निर्भर है.’

उन्होंने कहा, ‘लेकिन बड़े बड़े उद्योग चलाने वाले लोगों, ठेकेदारों का जीवन नदी, जंगल आदि से नहीं जुड़ा होता और जब वे काम करते हैं तो वे व्यापार करते हैं. उन्हें नदी, जंगल आदि के नुकसान से कोई लेनादेना नहीं होता.’

कांग्रेस महासचिव ने कहा, ‘आपका जीवन ही इसी काम पर निर्भर है और जब यह बात सरकार समझती है और आपके प्रति जागरूक होती है तो वह इसी के मुताबिक नीतियां, नियम और कानून बनाती है जिससे आपका भला हो और नदी का भी भला हो.’

प्रियंका के काफिले में घुसा भेड़ों का झुंड

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले के यमुनापार बसवार गांव में रविवार को उस समय अफरा तफरी मच गई जब कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा के काफिले में भेड़ों का झुंड घुस गया. प्रियंका यमुना किनारे कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों के साथ टूटी हुई नावें देखने पैदल जा रही थीं.

प्रियंका के काफिले में भेड़ों का झुंड घुसने पर भी काफिले की गति बनी रही और प्रियंका अपने कार्यकर्ताओं और लोगों के साथ घटनास्थल की ओर बढ़ती रहीं. हालांकि इस बीच चरवाहा गेंदा लाल पाल इस घटना से परेशान हो उठे और वह डंडे से भेड़ों को हांक कर बाहर निकालने में लगे रहे.

कांग्रेस नेता के मौके से रवाना होने के बाद बाद गेंदा लाल पाल ने बताया कि उन्हें कुछ देर पहले ही पता चला कि (दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री) इंदिरा गांधी की पोती, प्रियंका गांधी यहां आई हैं.

काफिले में भेड़ों के झुंड के घुसने के बारे में गेंदा लाल ने कहा, ‘हमें तो बस इस बात का डर था कि इस भीड़ में कहीं हमारी भेड़ खो ना जाए. लेकिन भगवान की कृपा से हमारी सभी 100 भेड़ें मिल गईं.’

उल्लेखनीय है कि चार फरवरी, 2021 को जिला प्रशासन और पुलिस ने बालू के कथित अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई करते हुए निषाद समाज के लोगों को कथित तौर पर पीटा था और उनकी नावें तोड़ दी थीं. कांग्रेस महासचिव पीड़ितों से आज मिलने यहां आयी थी.

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