नई दिल्ली: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश के वाराणसी में किसान न्याय रैली में लोगों के बीच योगी आदित्यनाथ सरकार को बदलने और राज्य में परिवर्तन का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि मैं तब तक नहीं रुकूंगी जब तक कि यहां परिवर्तन न आए.
प्रियंका गांधी उस वक्त वाराणसी का दौरा कर रही हैं जब राज्य में लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा को लेकर विपक्षी पार्टियां मोदी सरकार और प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार को घेर रही हैं.
लखीमपुर खीरी हिंसा और किसानों के आंदोलन को लेकर गांधी ने नरेंद्र मोदी और योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि देश-विदेश घूमने वाले प्रधानमंत्री अपने आवास से कुछ दूरी पर बैठे किसानों से बात नहीं कर सकते.
उन्होंने कहा, ‘पिछले हफ्ते लखीमपुर खीरी में जो हुआ…इस देश के केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के बेटे ने अपनी गाड़ी से 6 किसानों को कुचल दिया. सभी परिवार न्याय की मांग कर रहे हैं लेकिन सरकार मंत्री के बेटे को बचाने में लगी है. पुलिस और प्रशासन विपक्षी नेताओं को रोकने में लगी है.’
गांधी ने कहा, ‘पीड़ित परिवारों को घरों में नजरबंद किया गया. अपराधी को नहीं पकड़ा गया.’
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर गांधी ने आरोप लगाया कि वो मंत्री के बेटे का बचाव कर रहे हैं.
गौरतलब है कि शनिवार रात को लंबी पूछताछ के बाद केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया गया है.
प्रियंका गांधी के साथ इस रैली में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, कांग्रेस नेता इमरान प्रतापगढ़ी मौजूद थे.
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‘मुआवजा नहीं, हमें न्याय चाहिए’
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने कहा कि जब मैंने यूपी में काम करना शुरू किया तब सोनभद्र में 13 आदिवासी जो खेत में काम कर रहे थे, पुलिस और प्रशासन की मदद से उनके साथ मारपीट हुई और गोली चलाई गई जिससे उनकी मौत हो गई.
गांधी ने कहा, ‘जब मैं उनसे मिलने गईं, वे कह रहे थे कि हमें पैसा और मुआवजा नहीं चाहिए. हमें न्याय चाहिए.’ इसी तरह हाथरस की घटना जब हुई तो सरकार ने परिवार के सदस्यों को अपने बेटी की चिता जलाने से रोका. उस परिवार ने भी हमसे न्याय की मांग की.
गांधी ने कहा कि ये देश एक उम्मीद और आस्था है. इसी न्याय की उम्मीद पर देश को आजादी मिली थी.
प्रियंका गांधी ने दावा किया, ‘मुख्यमंत्री ने आरोपी का बचाव दिया. प्रधानमंत्री लखनऊ में उत्सव मनाने आये, लेकिन लखीमपुर खीरी तक नहीं जा सके.’
करीब एक साल से चल रहे किसान आंदोलन पर प्रियंका गांधी ने कहा, ‘किसान जानते हैं कि इन तीन कानूनों से उनके खेत पूंजीपतियों के हाथों में जाने वाले हैं. जब ये कानून लागू होंगे तो किसानों की फसल और जमीन सब छीने जाएंगे.’
प्रियंका गांधी ने मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, ‘प्रधानमंत्री अमेरिका जा सकते हैं, जापान जा सकते हैं, देश विदेश घूम सकते हैं, लेकिन अपने घर से 10 मिनट दूर बैठे किसानों से बात नहीं कर सकते.’
बता दें कि किसान न्याय रैली से पहले प्रियंका गांधी ने बाबा विश्वनाथ मंदिर और मां दुर्गा मंदिर में पूजा की.
3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी जिले के तिकोनिया क्षेत्र में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य द्वारा केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के पैतृक गांव के दौरे के विरोध को लेकर भड़की हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी. इस मामले में मिश्रा के बेटे आशीष समेत कई लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. हालांकि आशीष मिश्रा को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया.
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