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Monday, 23 December, 2024
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यूपी में ‘ब्राह्मण चेतना यात्रा’ के जरिए पीड़ित परिवारों से मिल रहे जितिन प्रसाद, कमलेश तिवारी के घर भी जाएंगे

कांग्रेस नेता इस सिलसिले में रविवार को बस्ती पहुंचे जहां उन्होंने छात्रनेता आदित्य नारायण तिवारी के परिजनों से मुलाकात की.

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लखनऊ : हाल ही में योगी सरकार के खिलाफ लगातार मुखर हो रहे ब्राह्मण संगठनों की आवाज उठाने के लिए कांग्रेस नेता जितिन प्रसाद ने ब्राह्मण चेतना यात्रा के जरिए पीड़ित परिवारों से मिलना शुरू कर दिया है. इस सिलसिले में वह रविवार को बस्ती पहुंचे जहां उन्होंने छात्रनेता आदित्य नारायण तिवारी के परिजनों से मुलाकात की. बीते अक्टूबर महीने में आदित्य की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इसी तरह जितिन ने उन जिलों को चिन्हित कर लिया है जहां हाल ही में ब्राह्मणों की हत्याएं हुई हैं.

क्या है यात्रा का मकसद

दिप्रिंट से बातचीत में जितिन प्रसाद ने कहा कि योगी सरकार में लगातार ब्राह्मणों पर अत्याचार हो रहा है. वह उनको न्याय दिलाने की लड़ाई लड़ रहे हैं. प्रसाद ने एक रूट चार्ट तैयार किया है जिसमें यूपी के मैप पर उन जिलों का जिक्र किया गया है जहां ब्राह्मणों की हत्याएं हुई हैं. अगले एक महीने में जितिन इन सभी जगह जाकर पीड़ित परिवारों से मिलेंगे और न्याय दिलाने की अपील करेंगे. हालांकि कांग्रेस की ओर से जारी हो रहे जितिन के दौरे के कार्यक्रमों को ‘ब्राह्मण चेतना यात्रा’ का नाम नहीं दिया गया है लेकिन जितिन के समर्थक इसे चेतना यात्रा का हिस्सा बता रहे हैं.

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उत्तर प्रदेश का मैप.

कमलेश तिवारी के परिजनों से भी मिलेंगे

पिछले महीने हुए बहुचर्चित कमलेश तिवारी हत्याकांड के बाद से ब्राह्मण संगठन लगातार योगी सरकार पर मुखर हैं. ऐसे में जितिन कमलेश तिवारी के परिजनों से मिलने भी जा सकते हैं. उनका कहना है कि वह ये यात्रा कोई राजनीतिक लाभ के लिए नहीं बल्कि मौजूदा हालातों और सामाजिक संगठनों के लोगों की अपील पर कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि यूपी में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है. फिलहाल यहां जंगलराज है जिसके खिलाफ आवाज उठानी पड़ेगी.

बीजेपी ने उठाए यात्रा पर सवाल

यूपी बीजेपी के प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने जितिन की इस यात्रा पर सवाल उठाए हैं. उनका कहना है कि
कांग्रेस वाले कभी जनेऊधारी ब्राह्मण हो जाते हैं. कभी भगवा आतंकवाद बताने लग जाते हैं लेकिन असल में चुनाव ही इनकी जाति और चुनाव ही इनका धर्म है. वहीं कानून व्यवस्था पर ये जो सवाल उठा रहे हैं इन्हें पहले समझना चाहिए कि यूपी में संगठित अपराध में काफी कमी आई है. अब अपराधी डरने लगे हैं.

दिप्रिंट से बातचीत में हाल ही में जितिन प्रसाद ने ये सवाल उठाया है कि योगी राज में ब्राह्मणों को क्या मिला. उनका कहना है कि इस सरकार में ब्राह्मणों की लगातार उपेक्षा की जा रही है. उनके मुताबिक योगी कैबिनेट, ब्यूरोक्रेसी, पार्टी संगठन तीनों जगह बीजेपी ब्राह्मणों की उपेक्षा कर रही है. कैबिनेट में महज़ तीन ब्राह्मण नेता हैं. चुनाव जीतने के बाद बीजेपी ने ब्राह्मण प्रदेश अध्यक्ष तक बदल दिया. वहीं मंत्रालय में ब्राह्मणों को हल्के विभाग दिए गए.

क्या पुराने समीकरणों को पाने की कोशिश

कांग्रेस की ओर से भले ही जितिन के दौरे को किसी विशेष जाति से जोड़ने को नहीं बताया जा रहा हो लेकिन पार्टी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि बीजेपी सरकार से नाराज ब्राह्मणों को कांग्रेस से जोड़ना बेहद जरूरी है. क्योंकि एक दौर में यूपी में ब्राह्मण+मुस्लिम+दलित को कांग्रेस का कोर वोटर माना जाता था लेकिन अजय लल्लू को यूपी चीफ बनाने के बाद पार्टी में ओबीसी पर फोकस ज्यादा होने लगा. ऐसे में आने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी का एक बड़ा धड़ा पुराने समीकरणों पर फोकस करने पर जोर दे रहा है. जितिन प्रसाद कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य के साथ-साथ हाल ही में बनाई गई यूपी कांग्रेस की प्लानिंग व स्ट्रैटेजी कमिटी के भी सदस्य हैं जो प्रियंका गांधी के साथ मिशन 2022 की रणनीति तैयार कर रही है.

योगी सरकार के खिलाफ मुखर ब्रह्मण संगठन

कमलेश तिवारी हत्याकांड के बाद ब्राह्मणों के तमाम संगठन सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक पर सरकार के खिलाफ मुखर हैं. लखनऊ, कानपुर, गोंडा, मीरजापुर समेत तमाम जिलों में आखिल भारतीय ब्राह्मण संगठन महासंघ समेत कई ब्रहाम्ण संगठन योगी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर चुके हैं.

इनका कहना है कि पिछले 2.5 साल में ब्राह्मणों पर अत्याचार बढ़ा और कहीं उनकी सुनवाई नहीं की जा रही. कमलेश तिवारी मर्डर केस समेत ब्राहम्णों के दर्जनों ऐसे मर्डर केस हैं जिनमें सरकार की ओर से घोर लापरवाही की गई. इसका खामियाजा पीड़ित पक्ष को भुगतना पड़ा. इसी कारण ब्राह्मणों में योगी सरकार के खिलाफ रोष बढ़ रहा है.

सोशल मीडिया पर चल रहा कैंपेन

सोशल मीडिया ब्राह्मण संगठनों के तमाम फेसबुक पेज पर भी योगी सरकार के खिलाफ जमकर लिखा जा रहा है.

उत्तरप्रदेश सरकार के बारे में हम झूठ नही फैलाते ये सच है इस सरकार में ब्राह्मणों का दमन किया जा रहा है रायबरेली में 5…

Brahman samaj यांनी वर पोस्ट केले बुधवार, १६ ऑक्टोबर, २०१९

ब्राह्मण समाज नाम से चलने वाले फेसबुक पेज पर एक पोस्ट में लिखा है कि सूबे के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ब्राह्मण हैं लेकिन ब्राह्मणों पर हो रहे अत्याचारों पर चुप हैं. इस पोस्ट में रायबरेली कांड से लेकर झांसी में हुई हत्या का जिक्र है.

लगातार हो रहे ब्राह्मण समाज की हत्या से लोगो का, यानी कि मेरे ब्राह्मण समाज के जागरूक लोगो मे आक्रोश का माहौल…

Brahman The Hindu Warrior यांनी वर पोस्ट केले बुधवार, २३ ऑक्टोबर, २०१९

इसी तरह कमलेश तिवारी के समर्थन में ऐसे तमाम फेसबुक पेज व ट्विटर हैंडल से पोस्ट किए जा रहे हैं. कुछ ब्राह्मण संगठन ये दावा भी कर रहे हैं कि पिछले 11 दिनों में यूपी में 23 ब्राह्मणों की हत्या हुई है. ब्राह्मण- द वारियर नाम से चलने वाले फेसबुक से 23 अक्टूबर को ये पोस्ट भी किया गया है. इस पेज 75 हजार से अधिक फालोअर्स हैं.

उ0प्र0 में एक ब्राह्मण की चिता ठंडी नही हुयी कि दूसरी चिता जलने लगती है। आखिर क्यों और कब तक????

Brahman The Hindu Warrior यांनी वर पोस्ट केले शनिवार, १९ ऑक्टोबर, २०१९

ऐसे तमाम फेसबुक पोस्ट के जरिए योगी सरकार पर ब्राह्मणों की उपेक्षा के आरोप लगाए जा रहे हैं. जो कि अब राजनीतिक मुद्दा बनना शुरू हो गया है.

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