नई दिल्ली: शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को महाराष्ट्र के विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर से 16 विधायकों की अयोग्यता पर जल्द से जल्द फैसला लेने की मांग की.
उन्होंने यह मांग तब की है जब एक दिन पहले सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल के राजनीतिक संकट पर अपना फैसला दिया. एक साल पहले शिवसेना के एकनाथ शिंदे की बगावत की वजह से उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली महा विकास आघाडी (एमवीए) सरकार गिर गयी थी. शिंदे ने बाद में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ मिलकर सरकार बनाई और उन्होंने मुख्यमंत्री पद की तथा भाजपा के देवेंद्र फडणवीस ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली.
ठाकरे की पार्टी के नेता अनिल परब ने कहा कि वे अध्यक्ष नार्वेकर को पत्र लिखकर उनसे इस मामले पर जल्द से जल्द फैसला लेने का अनुरोध करेंगे.
ठाकरे ने कहा, ‘‘16 विधायकों को मिला जीवनदान अस्थायी है क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने ‘उचित समय’ दिया है और इसकी सीमाएं हैं. अध्यक्ष को जल्द से जल्द इस पर फैसला लेना चाहिए.’’
उन्होंने आगे यह भी कहा कि अगर वह कोई गलत फैसला देते हैं तो हम फिर कोर्ट जाएंगे.
मीडिया से बातचीत के दौरान उद्धव ने एक बार फिर दोहराया कि कोर्ट ने साफ कहा है कि शिंदे-भाजपा सरकार अवैध है. अब जैसे कोर्ट का फैसला आ गया है, हम जनता की अदालत में जाएंगे. कोर्ट ने मौजूदा सरकार की अवैधता के बारे में सब कुछ कह दिया है
सुप्रीम कोर्ट ने बृहस्पतिवार को कहा था कि वह ठाकरे की अगुवाई वाली एमवीए सरकार को बहाल नहीं कर सकता क्योंकि उन्होंने पिछले साल जून में शक्ति परीक्षण का सामना किए बिना इस्तीफा दे दिया था. उसने अध्यक्ष को ‘‘उचित अवधि’’ के भीतर 16 विधायकों की अयोग्यता पर फैसला करने को कहा.
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हर कोई अटल बिहारी वाजपेयी नहीं होता
वहीं दूसरी तरफ महाविकास अघाड़ी में एनसीपी के नेता अजित पवार ने उद्धव ठाकरे द्वारा एक नाथ शिंदे के मोरल ग्राउंड पर मांगे जा रहे इस्तीफे से इनकार किया है. अजित पवार ने कहा कि मौजूदा सीएम एकनाथ शिंदे से नैतिक आधार पर इस्तीफा मांगने की जरूरत नहीं है. हम जानते हैं कि वह सपने में भी इस्तीफा नहीं देंगे.
उन्होंने पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी और मौजूदा लोगों में बहुत बड़ा अंतर है.
NCP नेता अजित पवार ने कहा, हमारे स्पीकर ने तब हमारे सीएम उद्धव ठाकरे से पूछे बिना इस्तीफा दे दिया था, ऐसा नहीं होना चाहिए था. यहां तक कि अगर वह इस्तीफा दे देते, तो हम तुरंत नया अध्यक्ष चुन सकते थे. उन्होंने कहा कि अगर हमारा स्पीकर होता तो वो 16 विधायक तब अयोग्य हो जाते.
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