अयोध्या: उत्तर प्रदेश में यहां भव्य राम मंदिर के निर्माण को लेकर केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पर दबाव बढ़ाते हुए शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने रविवार को कहा कि अगर नरेंद्र मोदी सरकार इसे लेकर अगर इस बार दुविधा में रही तो वह 2019 में सत्ता में नहीं आ पाएगी. उन्होंने कहा, ‘सरकार बने या न बने, मंदिर जरूर बनना चाहिए.’
रामलला के 30 मिनट तक दर्शन करने के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए शिवसेना सुप्रीमो ने कहा कि इस मामले में किसी को भी हिंदुओं की भावनाओं के साथ नहीं खेलना चाहिए.
ठाकरे ने कहा, ‘हिंदुओं को पीटे जाने की बात अब अतीत हो चुकी है, हिंदू अब शक्तिशाली हैं और उनके पास आवाज है.’
शिवसेना प्रमुख ने फिर दोहराया कि उनकी पार्टी अयोध्या में भव्य राम मंदिर के जल्द निर्माण को लेकर प्रतिबद्ध है और कहा कि केंद्र सरकार को मंदिर निर्माण के लिए विधेयक या अध्यादेश लाना चहिए, उनकी पार्टी इसके लिए पूरा समर्थन करेगी.
ठाकरे ने कहा कि जब उन्होंने रामलला की मूर्ति के सामने प्रार्थना की तो उन्हें आत्म शांति मिली लेकिन उन्हें ऐसा लगा जैसे वह किसी जेल का दौरा कर रहे हों.
उन्होंने अप्रत्यक्ष रूप से भी भाजपा पर निशाना साधा और कहा कि कुछ लोग चुनाव के दौरान ‘राम-राम’ का जाप करते हैं लेकिन उसके बाद आराम मोड में चले जाते हैं.
उद्धव ने कहा कि दिवंगत प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी ने भी कहा था कि हिंदुओं पर अब और अत्याचार नहीं होंगे. उन्होंने कहा कि अगर मोदी सरकार सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का इंतजार करना चाहती है तो उसे भगवान राम के अनुयायियों को स्पष्ट रूप से यह बात कहनी चाहिए.
हजारों की तादाद में राम भक्त और विश्व हिंदू परिषद के समर्थक रविवार को धर्मसभा से पहले मंदिर कस्बे में जुट चुके हैं. अयोध्या के उप महानिरीक्षक (डीआईजी) ओमकार सिंह ने किसी अप्रिय घटना की आशंका को नकार दिया और कहा कि सभा इंतजामात किए गए हैं.