scorecardresearch
Saturday, 16 November, 2024
होमराजनीति2 गुट, दो समारोह — शिवसेना के स्थापना दिवस पर अलग-अलग भाषण देंगे उद्धव और शिंदे

2 गुट, दो समारोह — शिवसेना के स्थापना दिवस पर अलग-अलग भाषण देंगे उद्धव और शिंदे

पिछले साल पार्टी में विभाजन के बाद पहली बार स्थापना दिवस मनाया जाएगा. दोनों पक्षों को बाल ठाकरे की विरासत का दावा करने के लिए उग्र भाषण देने की उम्मीद है.

Text Size:

मुंबई: शिवसेना के 57 साल के इतिहास में पहली बार सोमवार को मुंबई में दो स्थापना दिवस समारोह होंगे.

उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे के प्रतिद्वंद्वी गुट दो कार्यक्रमों का आयोजन करेंगे.

यह पहली बार होगा जब स्थापना दिवस पिछले साल पार्टी के विभाजन के बाद मनाया जाएगा, जब शिंदे ने पार्टी के 39 अन्य विधायकों के साथ 20 जून, 2022 को तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ बगावत की थी.

तब से पार्टी का नाम और ‘धनुष और तीर’ का प्रतीक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को आवंटित किया गया, जिन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के समर्थन से सरकार बनाई.

दो दशहरा रैलियों की तरह, उद्धव और शिंदे से शाम को लगभग एक ही समय में अपने भाषण देने की उम्मीद है, जो बाल ठाकरे की विरासत और विचारधारा का दावा करने के लिए एक-दूसरे से आगे निकलने की उम्मीद में है.

शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना का कार्यक्रम उत्तर-पश्चिम मुंबई के गोरेगांव में नेस्को मैदान में होगा, जबकि शिवसेना (यूबीटी) मध्य मुंबई के सायन में शनमुखानंद हॉल में अपना कार्यक्रम आयोजित करेगी. दोनों पक्ष असली शिवसेना होने का दावा कर रहे हैं.

शिवसेना यूबीटी नेता संजय राउत ने मुंबई में संवाददाताओं से कहा, “कई लोगों ने शिवसेना को खत्म करने की कोशिश की, लेकिन हर बार हमने जोरदार वापसी की. बालासाहेब ठाकरे की वजह से ही शिवसेना महाराष्ट्र और दिल्ली में सत्ता में आई थी. बालासाहेब ठाकरे की विचारधारा को कोई नहीं चुरा सकता.”

एकनाथ शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे ने कहा था कि सोमवार को पूरे महाराष्ट्र से कार्यकर्ता शक्ति प्रदर्शन के लिए नेस्को ग्राउंड पहुंचेंगे.

शिवसेना की स्थापना 1966 में बाल ठाकरे द्वारा की गई थी, जिन्होंने भूमिपुत्रों का समर्थन किया था. बाद में, ठाकरे ने हिंदुत्व की ओर रुख किया और 1995 में पहली बार भाजपा के साथ सरकार बनाई.

2012 में ठाकरे के निधन के बाद, उनके बेटे उद्धव ने पार्टी का नेतृत्व तब तक किया जब तक कि शिंदे द्वारा बगावत ने दो गुटों का निर्माण नहीं किया. उद्धव गुट विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) का हिस्सा है, जिसमें कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) भी शामिल हैं.


यह भी पढ़ेंः पुणे में पढ़ने की संस्कृति को वापस लाने का नया तरीका, लाइब्रेरी या कैफे नहीं बल्कि पार्क है नया बुक क्लब


पोस्टर, वीडियो युद्ध

स्थापना दिवस समारोह से पहले, उद्धव गुट ने पृष्ठभूमि में शिवसेना थीम गीत संगीत के साथ एक वीडियो जारी किया. वीडियो में पार्टी की टाइमलाइन दिखाई गई है और बताया गया है कि बाल ठाकरे ने इसकी स्थापना कैसे की थी.

दिलचस्प बात यह है कि वीडियो 2019 पर ख्तम हो रहा है, जब उद्धव एमवीए सरकार के मुख्यमंत्री बने.

राउत ने कहा, “आज स्थापना दिवस है. हमने पिछले 57 साल में कई तूफान झेले हैं…कई लोग आए और गए, लेकिन शिवसेना ने उन तूफानों का डटकर मुकाबला किया.”

दूसरी ओर, शिंदे गुट ने होर्डिंग्स लगाए हैं, जिनमें महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के राजनीतिक संरक्षक आनंद दिघे के साथ बाल ठाकरे की तस्वीरें प्रमुखता से लगाई गईं हैं. पोस्टर पर लिखा है, “अमही बालासाहेबंची शिवसेना. असल आमची कयाम साथ. 365 दिवस, 24 तास.”

रविवार को, शिवसेना (यूबीटी) ने वर्ली मुंबई में पार्टी कार्यकर्ताओं की एक बैठक आयोजित की, जहां उद्धव ने राज्य सरकार पर हमला किया और साथ ही मणिपुर पर पीएम नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर सवाल उठाया.

लेकिन स्थापना दिवस के मौके पर, उनके चुनाव से पहले एकनाथ शिंदे-देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली सरकार की कड़ी आलोचना करते हुए एक भाषण देने की उम्मीद है.

इस बीच, शिवसेना के शिंदे गुट के सूत्रों ने दिप्रिंट को बताया कि मुख्यमंत्री की लोकप्रियता बढ़ रही है और चूंकि नाम और चिन्ह उनके पक्ष में है, वे बाल ठाकरे की विरासत को आगे बढ़ाने वाली ‘असली’ शिवसेना हैं जिन्होंने 57 साल पहले पार्टी की स्थापना की थी.

(संपादन: फाल्गुनी शर्मा)

(इस खबर को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


यह भी पढ़ें: सहयोगी BJP के साथ मतभेद, रणनीतिक जीत और ज़मीनी स्तर की कैडर चुनौतियां—शिंदे विद्रोह का 1 साल


 

share & View comments