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Sunday, 5 May, 2024
होमराजनीति'कहां हैं 'मोहब्बत की दुकान' खोलने वाले', बंगाल में चुनाव हिंसा को लेकर संबित पात्रा का राहुल पर निशाना

‘कहां हैं ‘मोहब्बत की दुकान’ खोलने वाले’, बंगाल में चुनाव हिंसा को लेकर संबित पात्रा का राहुल पर निशाना

संबित पात्रा ने कहा, भारतीय जनता पार्टी इस पूरी व्यवस्था की, बंगाल में जिस प्रकार से लोगों की हत्या हो रही है, जिस प्रकार से लोकतंत्र की हत्या हो रही है उसकी निंदा करती है.

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नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने बंगाल पंचायत चुनाव के दौरान लगातार हो रही हिंसा को लेकर ममता सरकार पर निशाना साधते हुए मंगलवार को कहा कि राज्य में पंचायत चुनाव के नामांकन शुरू होने से लेकर अब तक करीब 45 लोगों की मौत हो चुकी है. ये बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है.

पात्रा ने कहा कि जिस भूमि से कभी वन्दे मातरम् के शब्द उपजे थे, आज उसी भूमि पर जिस प्रकार की हिंसा हो रही है वह अपने आप में अप्रत्याशित है. इससे पहले इस प्रकार की हिंसा न हमने सुनी थी और न ही देखी थी. चुनाव और हिंसा आज बंगाल में पर्यायवाची बन चुके हैं.

उन्होंने कहा, “कुछ बेशर्म लोग इतनी आसानी से लोकतंत्र की मौत बर्दाश्त कर सकते हैं, लेकिन अपनी ‘महत्वाकांक्षाओं’ की मौत नहीं! ममता बनर्जी ‘मां’, ‘माटी’ और ‘मानुष’ की बात करती थीं. आज ‘मां’ रो रही है, ‘माटी’ खून से सनी हुई है, और ‘मानुष’ की हत्या हो गई है लेकिन निर्दयी बंद्योपाध्याय जी मूकदर्शक बन कर ये सब देख रहे हैं.”

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने दिल्ली में पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए आगे कहा कि भारतीय जनता पार्टी इस पूरी व्यवस्था की, बंगाल में जिस प्रकार से लोगों की हत्या हो रही है, जिस प्रकार से लोकतंत्र की हत्या हो रही है उसकी निंदा करती है.

‘मोहब्बत की दुकान’ खोलने वाले कहां हैं

संबित पात्रा ने कहा, शांतिपूर्ण और उचित चुनाव प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए, केंद्रीय बलों को पश्चिम बंगाल भेजा गया था, लेकिन राज्य सरकार द्वारा इन बलों को उचित तरीके से तैनात नहीं किया गया था.

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बंगाल में पंचायती चुनाव के दौरान हो रही हत्याओं पर उन्होंने कहा, केंद्रीय बलों की मौजूदगी के बावजूद 45 लोगों की हत्या से साफ पता चलता है कि ये राज्य प्रायोजित हत्याएं थीं और पश्चिम बंगाल में लोकतंत्र की राज्य प्रायोजित हत्या थी.

विपक्ष पर निशाना साधते हुए पात्रा ने कहा, “अगर यही दृश्य किसी भाजपा शासित राज्य से आ रहा होता तो हाहाकार मच गया होता. ये सारे नेता, जो हाथ पकड़-पकड़ कर राज्यों में खड़े होते हैं, कहां हैं ये सारे नेता? कहां हैं लालू प्रसाद यादव, कहां हैं नीतीश कुमार और कहां हैं ‘मोहब्बत की दुकान’ खोलने वाले राहुल गांधी?”

उन्होंने आगे कहा, विशेष रूप से, पश्चिम बंगाल राज्य में 2018 पंचायत चुनावों के दौरान मरने वालों की संख्या 23 थी. राज्य में 2013 के पंचायत चुनाव के दौरान करीब 15 लोग मारे गये थे. सचमुच पश्चिम बंगाल में लोकतंत्र की हत्या हो रही है.


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