नई दिल्ली: विधेयक पारित कराने पर ‘पापड़ी चाट’ टिप्पणी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नाराजगी से अप्रभावित तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने मंगलवार को कहा कि उन्होंने लोगों से जुड़ने के लिए सांस्कृतिक मुहावरे का इस्तेमाल किया. उन्होंने पूछा कि यदि उन्होंने इसकी जगह ‘ढोकला’ शब्द का इस्तेमाल किया होता तो क्या प्रधानमंत्री तब खुश होते.
उन्होंने कहा कि वास्तविक मुद्दा संसद के दोनों सदनों में चर्चा के बिना विधेयकों को पारित कराने का है.
राज्यसभा सदस्य ब्रायन ने कहा कि प्रधानमंत्री की प्रतिक्रिया दिखाती है कि ‘तृणमूल कांग्रेस एजेंडा निर्धारित कर रही है.’
ब्रायन ने सरकार पर हमला बोलते हुए सोमवार को कहा था, ‘विधेयक पारित करा रहे हैं या पापड़ी चाट बना रहे हैं.’
उन्होंने उल्लेख किया था कि संसद में औसतन 7 मिनट के समय में 12 विधेयक पारित कर दिए गए.
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने मंगलवार को कहा कि ब्रायन की टिप्पणी से प्रधानमंत्री नाराज हैं और उन्होंने इसे ‘सांसदों को निर्वाचित करने वाले लोगों का अपमान बताया है.’
ब्रायन ने संवाददाताओं से कहा, ‘तृणमूल कांग्रेस एजेंडा निर्धारित कर रही है और प्रधानमंत्री जवाब दे रहे हैं. हमारे द्वारा बताई गई 7 मिनट के समय संबंधी संख्या पर प्रधानमंत्री ने कहीं भी सवाल नहीं उठाया है. यह सांस्कृतिक मुहावरा है जिसे लोग समझते हैं. यदि मैंने इसकी जगह ‘ढोकला’ शब्द का इस्तेमाल किया होता तो क्या तब प्रधानमंत्री खुश होते.’
‘ढोकला’ एक लोकप्रिय गुजराती व्यंजन है.
ब्रायन ने कहा, ‘मैं लोगों की भाषा में बात करता हूं. मैंने संदेश पहुंचाने के लिए सांस्कृतिक मुहावरे का इस्तेमाल किया.’