नई दिल्ली: महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महाविकास अघाड़ी सरकार के लिए मुश्किलें खत्म होती नहीं दिख रही हैं. गुरुवार सुबह राज्य में राजनीतिक अस्थिरता के बीच शिवसेना के तीन और बागी विधायक गुवाहाटी के रैडिसन ब्लू होटल पहुंच कर एकनाथ शिंदे कैंप में शामिल हो गए हैं.
जानकारी के मुताबिक इसमें कुर्ला के विधायक मंगेश कुदालकर और दादर के विधायक सदा सरवानकर मौजूद हो सकते हैं.
इससे पहले बुधवार रात को चार और विधायकों के रेडिसन ब्लू होटल पहुंचने के बाद शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे अन्य विधायकों के साथ एक वीडियो में नजर आए थे.
महाराष्ट्र के गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी को शिंदे कैंप में शामिल 34 बागी विधायकों ने पत्र लिखकर कहा है कि एकनाथ शिंदे ही शिवसेना विधायक दल के नेता हैं. जानकारी के लिए बता दें कि शिवसेना ने एकनाथ शिंदे को पार्टी विधायक दल के नेता पद से हटा दिया था.
गुरुवार को शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ में लिखा कि बागी विधायक शिवसेना के टिकट पर चुने गए थे. ‘सामना’ में बागी विधायकों को चेतावनी दी गई है कि ‘अगर शिव सैनिक फैसला करते हैं तो सभी हमेशा के लिए ‘पूर्व’ हो जाएंगे.’
‘सामना’ में आगे बीजेपी पर निशाना साधते हुए लिखा गया है, ‘आज जो भाजपा वाले उन्हें हाथों की हथेली पर आए जख्म की तरह संभाल रहे हैं, वे आवश्यकता समाप्त होते ही पुन: कचरे में फेंक देंगे. भाजपा की परंपरा यही रही है.’
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उद्धव ठाकरे की ‘घर वापसी’
उधर, मुख्यमंत्री पद छोड़ने की पेशकश के कुछ घंटों बाद महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे बुधवार रात दक्षिण मुंबई के अपने आधिकारिक आवास से उपनगरीय बांद्रा स्थित पारिवारिक आवास ‘मातोश्री’ चले गए हैं.
दो दिन पहले शिंदे के विद्रोह के कारण उनकी सरकार के समक्ष उत्पन्न राजनीतिक संकट के बीच ठाकरे अपने आधिकारिक आवास ‘वर्षा’ से परिवार के निजी बंगले ‘मातोश्री’ चले गए हैं. जब ठाकरे सरकारी आवास से बाहर निकल रहे थे तब नीलम गोरहे और चंद्रकांत खैरे जैसे शिवसेना नेता वहां मौजूद थे. जब वह अपने परिवार के सदस्यों के साथ अपने आधिकारिक घर से रात नौ बजकर 50 मिनट पर निकले तो पार्टी कार्यकर्ताओं ने नारे लगाए और मुख्यमंत्री पर फूलों की बारिश की.
इससे पहले उनके निजी सामान से भरे बैग को कई कार में लादते हुए देखा गया था.
बुधवार शाम को ‘फेसबुक लाइव’ में ठाकरे ने कहा था कि वह ‘वर्षा’ छोड़कर ‘मातोश्री’ में रहेंगे. शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे नवंबर 2019 में मुख्यमंत्री बनने के बाद ‘वर्षा’ में रहने चले गए थे.
हालांकि, शिवसेना के मुख्य प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि पार्टी विधायकों के एक वर्ग द्वारा विद्रोह के बावजूद ठाकरे इस्तीफा नहीं देंगे और आवश्यकता होने पर एमवीए गठबंधन विधानसभा में अपना बहुमत साबित करेगा.
गौरतलब है कि महाराष्ट्र विधानसभा की कुल संख्या 287 है और सदन में विश्वास मत की स्थिति में बहुमत 144 है. शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के सत्तारूढ़ गठबंधन के पास 169 सीटें हैं. अगर शिंदे के नेतृत्व वाले विधायक इस्तीफा दे देते हैं तो एमवीए बहुमत के निशान से नीचे आ जाएगी, जिससे उद्धव ठाकरे की सरकार गिरने के संभावना है.
भाषा के इनपुट के साथ
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