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Thursday, 13 March, 2025
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भारत का पोषण करने वालों में भारतीय DNA है, उन्हें औरंगजेब को नहीं पूजना चाहिए — RSS कार्यक्रम में योगी

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पांचजन्य के संपादक प्रफुल्ल केतकर और ऑर्गनाइज़र के संपादक हितेश शंकर से बात करते हुए कहा, संभल एक सच्चाई है जो इस्लाम से भी पहले की है.

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नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को लखनऊ में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मुखपत्र ऑर्गनाइज़र और पांचजन्य द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में भारतीय मुसलमानों का हवाला देते हुए कहा कि जो लोग भारत पर पल रहे हैं, उन्हें अपना डीएनए टेस्ट करवाना चाहिए और वह पाएंगे कि उनका डीएनए भारतीय है.

पांचजन्य के संपादक प्रफुल्ल केतकर और ऑर्गनाइज़र के संपादक हितेश शंकर के साथ बातचीत में आदित्यनाथ ने सीधे तौर पर मुसलमानों का नाम लिए बिना कहा कि उन्हें औरंगजेब जैसे लोगों को पूजने के बजाय नए आदर्श खोजने चाहिए.

इस साल जनवरी में गणतंत्र दिवस पर भारत आए इंडोनेशिया के प्रधानमंत्री प्रबोवो सुबियांतो की टिप्पणी का ज़िक्र करते हुए आदित्यनाथ ने कहा कि एक मुस्लिम देश के प्रधानमंत्री ने भी कहा है कि उनका डीएनए भारतीय है.

उन्होंने कहा, “अगर भारत पर पल रहे लोग अपना डीएनए टेस्ट करवा लें, तो वह भी पाएंगे कि उनका डीएनए भारतीय है.”

औरंगजेब का ज़िक्र करते हुए आदित्यनाथ ने कहा, “विदेशी आक्रमणकारियों की प्रशंसा करना बंद कीजिए क्योंकि जब संभल जैसी सच्चाई सामने आएगी, तो उनके पास मुंह दिखाने के लिए कोई जगह नहीं बचेगी.”

पिछले हफ्ते समाजवादी पार्टी की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष अबू आज़मी ने यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया था कि औरंगज़ेब के शासनकाल में भारत की सीमा अफगानिस्तान और बर्मा (म्यांमार) तक पहुंचती थी और यह कि वह मुगल बादशाह “क्रूर प्रशासक” नहीं था, बल्कि उसने “बहुत से मंदिर बनवाए”.

मुंबई के मानखुर्द शिवाजी नगर निर्वाचन क्षेत्र से विधायक ने कहा, “हमारा सकल घरेलू उत्पाद (विश्व सकल घरेलू उत्पाद का) 24 प्रतिशत था और भारत को (उनके शासनकाल के दौरान) सोने की चिड़िया कहा जाता था.”

आज़मी पर अप्रत्यक्ष रूप से निशाना साधते हुए आदित्यनाथ ने कहा कि जो लोग औरंगज़ेब की पूजा करते हैं, उन्हें अपने बच्चों का नाम उसके नाम पर रखना चाहिए और उसके पिता शाहजहां की तरह की स्थिति का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए, जिसे यूपी के सीएम ने दावा किया कि उसके बेटे ने बेरहमी से प्रताड़ित किया था.

अतीत में, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा था कि भारत में हिंदुओं और मुसलमानों का डीएनए एक जैसा है, जो दर्शाता है कि देश में वर्तमान मुसलमान हिंदू धर्म से आए हैं.

जब संभल के बारे में पूछा गया, तो आदित्यनाथ ने कहा, “संभल एक वास्तविकता है.” उन्होंने कहा कि पुराणों में संभल का उल्लेख 5,000 साल पहले किया गया है, जबकि इस्लाम 1,400 साल से अस्तित्व में है.

उन्होंने कहा, “1526 में संभल में भगवान विष्णु मंदिर को ध्वस्त कर दिया गया था और 1528 में, अयोध्या में राम लला मंदिर को नष्ट किया गया था. किसी के धार्मिक स्थलों पर जबरन कब्ज़ा करना और आस्था को कुचलना स्वीकार्य नहीं है.”

सीएम ने कहा, “संभल में तैयारियां जोरों पर हैं, हम अपनी ज़मीन का एक-एक इंच वापस लेंगे.”

उन्होंने तर्क दिया कि संभल में 68 पवित्र स्थल हैं, जबकि प्रशासन ने अभी तक केवल 18 की पहचान की है.

‘मंथन: महाकुंभ और उससे आगे’ नामक कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने राज्य द्वारा आयोजित महाकुंभ की “सफलता” के बारे में भी विस्तार से बात की.

केतकर द्वारा प्रशासक और साधु के रूप में उनकी “दोहरी पहचान” के बारे में पूछे जाने पर, आदित्यनाथ ने कहा कि कुंभ के दौरान उन्हें सभी संतों और साधुओं से भारी समर्थन मिला, संभवतः उनकी भगवा पहचान के कारण. यह कहते हुए कि उन्हें अपनी भगवा पहचान पर गर्व है, आदित्यनाथ ने तर्क दिया कि एक दिन पूरी दुनिया भगवा ओढ़ेगी.

सीएम ने विपक्ष पर भी कटाक्ष किया, जिसके शासन के दौरान, उन्होंने कहा, कुंभ गंदगी, अराजकता और अव्यवस्था का पर्याय बन गया था.

उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता के बाद भारत में आयोजित पहले कुंभ के दौरान, जब कांग्रेस राज्य और केंद्र दोनों जगहों पर सत्ता में थी, कम से कम एक हज़ार लोगों की जान चली गई थी.

उन्होंने कहा कि 2019 तक, जब “विदेशी वामपंथी ” कुंभ को कवर करने और भारत की पिछड़ी और गंदी छवि बनाने के लिए भारत आते थे, तो उन्हें बहुत कुछ मिल जाता था.

आदित्यनाथ ने कहा, हालांकि, पिछले कुछ वर्षों में प्रयागराज, जो पहले “माफिया राज” से जुड़ा शहर था, पूरी तरह से बदल गया है इस दौरान मारे गए गैंगस्टर अतीक अहमद की तस्वीरें प्रोजेक्टर पर दिखाई दीं.

(इस रिपोर्ट को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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